चुनाव आयोग (Election Commission) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly election) 2022 के शेड्यूल और तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस बार यूपी में 7 चरणों में वोटिंग होनी है. कोरोना को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार काफी सख्ती बढ़ाई है. आयोग ने 15 जनवरी तक चुनावी रैलियों, पद यात्राओं, बाइक रैलियों, नुक्कड़ सभाओं इत्यादि पर रोक लगा दी है.
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चुनाव आयोग ने कहा है कि आने वाले समय में कोरोना के हालात की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद फिर नए निर्देश जारी किए जाएंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कोरोना को लेकर अपनी तैयारियों की जानकारी देने से पहले शायराना अंदाज भी दिखाया. उन्होंने शायरी पढ़ते हुए कहा, ‘यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है.
जानें इस बार चुनाव आयोग ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दिए क्या निर्देश
चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव में तैनात सभी अधिकारी कर्मचारी डबल वैक्सीनेटेड होंगे. उन्हें फ्रंट लाइन वर्कर्स माना जाएगा. ऐसे सभी चुनाव ड्यूटी करने वालों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी. यूपी ने चुनाव आयोग को जानकारी दी है कि वैक्सीन की डोज लगाने में तेजी लाई जा रही है.
यूपी में 90 फीसदी पात्र जनसंख्या को वैक्सीन की फर्स्ट डोज दी जा चुकी है, जबकि 52 फीसदी को दोनों डोज लग गई है. यूपी में कोरोना संक्रमण का वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.24 फीसदी है. कोरोना प्रोटोकॉल के पालन में लगने वाले समय को ध्यान में रखते हुए वोटिंग टाइम 1 घंटा बढ़ा दिया गया है.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि पार्टियों को दूरदर्शन और आकाशवाणी पर प्रचार के लिए डबल टाइम दिया जाएगा. 15 जनवरी तक किसी भी रैली या रोड शो की इजाजत नहीं होगी. चुनाव प्रचार डिजिटल, वर्चुअल, मोबाइल के जरिए करने की अपील की गई है. यहां तक कि जुलूस, साइकिल, मोटरसाइकिल यात्रा पर भी रोक है. जीत के बाद विजय जुलूस निकालने की भी अनुमति नहीं मिलेगी.
डोर टू डोर कैंपेनिंग में 5 से अधिक लोग नहीं शामिल होंगे. रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक कोई प्रचार, जन संपर्क नहीं होगा. सभी पार्टियों और उम्मीदवारों को अंडरटेकिंग देनी होगी कि वे कोविड गाइड लाइन का सख्ती से पालन करेंगी.
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