चुनाव आयोग ने बीते दिनों यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में वोटिंग शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. यूपी में 7 फेज में चुनाव कराए जाएंगे. पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी को होगी और अंतिम चरण यानी सातवें चरण के लिए 7 मार्च को मतदान होगा. 10 मार्च को काउंटिंग होगी और यह पता चल जाएगा कि यूपी में किसकी सरकार बन रही है. यूपी में एक तरफ बीजेपी सीएम योगी के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, वहीं अखिलेश छोटे गठबंधनों के सहारे सत्ता में वापसी की जुगत में हैं. वहीं बीएसपी माया के नेतृत्व में तो कांग्रेस प्रियंका गांधी के नेतृत्व में अपनी ताकत आजमा रही है.
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इस बीच शेड्यूल की घोषणा होने के बाद एबीपी न्यूज और सी-वोटर के पहले ओपिनियन पोल के रिजल्ट सामने आए हैं. आइए आपको बताते हैं कि इस ओपिनियन पोल में किस पार्टी को बढ़त दिख रही है और किसकी सरकार बनती नजर आ रही है. हालांकि यहां एक बात यह समझ लेनी जरूरी है कि यह महज ओपिनियन पोल के आंकड़े हैं. अंतिम परिणाम इससे अलग भी हो सकते हैं.
सबसे पहले बात बुंदेलखंड की, जानें कौन आगे
ओपिनियन पोल के मुताबिक बुंदेलखंड की 19 विधानसभा सीटों में से 13 से 17 सीटों पर बीजेपी गठबंधन को आगे बताया जा रहा है. वहीं समाजवादी गठबंधन को 2 से 6 सीटों का अनुमान जताया गया है. इसी तरह बीएसपी को 0 से एक, कांग्रेस को 0-1 और अन्य को भी 0-1 सीट का अनुमान जताया गया है.
इस ओपिनियन पोल की तुलना अगर नवंबर और दिसंबर के सर्वे से करें, तो तस्वीर थोड़ी और साफ होती है. नवंबर और दिसंबर में बीजेपी गठबंधन को क्रमशः 11 से 15 और 12 से 16 सीटों का अनुमान जताया गया था. यानी बीजेपी यहां से अपनी स्थिति मजबूत करती नजर आ रही है.
इसी तरह एसपी गठबंधन को नवंबर और दिसंबर में क्रमशः 3 से 7 और 2 से 6 सीटें मिलती दिख रही थीं. यानी एसपी प्लस कमोबेश उसी स्थिति में दिख रहा है. नवंबर-दिसंबर के सर्वे में बीएसपी को 0 से 3 सीटों का अनुमान था. इसी तरह कांग्रेस को 0 से 2 सीटों का अनुमान था, जो घटकर 0 से एक पर आ गया है.
अवध में किस पार्टी को मिल रही है बढ़त?
ओपिनियन पोल में अवध की 118 सीटों पर बीजेपी प्लस को 71 से 75 सीट, एसपी प्लस को 40 से 44 सीट मिलने का अनुमान है. वहीं बीएसपी, कांग्रेस और अन्य को भी 0-2 सीटों का अनुमान जताया गया है.
नवंबर और दिसंबर के सर्वे में बीजेपी प्लस को क्रमशः 68 से 72 और 72 से 76 सीटों का अनुमान था. इसी तरह एसपी प्लस को 40 से 44 और 38 से 42 सीटों का अनुमान जताया गया था. यानी बीजेपी को पिछले महीने की तुलना में जहां हल्क नुकसान है, वहीं एसपी को थोड़ा फायदे का अनुमान है.
बीएसपी और कांग्रेस की बात करें, तो दिसंबर महीने में इन्हें क्रमश: 2 से 6 और 0-2 सीटों का अनुमान था.
पूर्वांचल की 130 सीटों पर कौन सी पार्टी चल रही है आगे?
ओपिनियन पोल के आंकड़ों के मुताबिक पूर्वांचल की 130 सीटों में बीजेपी प्लस को 66 से 70 सीट, एसपी प्लस को 48 से 52 सीटें, बीएसपी को 5-7 सीट, कांग्रेस को 1-3 सीट और अन्य को 3-5 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
नवंबर और दिसंबर के सर्वे में बीजेपी प्लस और एसपी प्लस को क्रमशः 66-70, 61 से 55 और 47 से 51, 51 से 55 सीटों का अनुमान जताया गया था. इसी तरह बीएसपी और कांग्रेस को क्रमशः 4-8 और 1 से 5 व 2 से 6 सीटों का अनुमान था. यानी ओपिनियन पोल के आंकड़ों के मुताबिक यहां मुख्य लड़ाई बीजेपी और एसपी के बीच नजर आ रही है.
पश्चिमी यूपी में किस गठबंधन को मिल रही बढ़त?
पश्चिमी यूपी की 136 सीटों में ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी प्लस और एसपी प्लस को क्रमशः 71 से 75 और 53 से 57 सीटों का अनुमान जताया गया है. वहीं बीएसपी और कांग्रेस को 4 से 6 और 1 से 3 सीटों का अनुमान जताया गया है. वहीं अन्य को 0 से 2 सीटों का अनुमान जताया गया है.
पूरे प्रदेश में कैसी बन रही है तस्वीर, ओपिनियन पोल में बन रही किसकी सरकार?
ओपिनियन पोल में यूपी के हर क्षेत्र में बीजेपी गठबंधन आगे नजर आ रहा है. पूरे यूपी की 403 विधानसभा सीटों की बात करें तो बीजेपी गठबंधन को 223 से 235, एसपी गठबंधन को 145-157, बीएसपी को 8-16 सीट, कांग्रेस को 3-7 सीट और अन्य को 4-8 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है. यानी ओपिनियन पोल के मुताबिक यूपी में एक बार फिर बीजेपी सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है.
2017 के चुनावों में किस पार्टी को मिली थी कितनी सीट, यहां जानिए
पिछले यानी 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में 403 सीटों में से 325 पर बीजेपी गठबंधन को जीत मिली थी. इसमें बीजेपी ने अकेले दम 312 सीटें जीती थीं. सहयोगी अपना दल को 09 सीटे मिलीं थीं, जबकि राजभर की सुभासपा को 4 सीटें मिली थीं. उस दौरान सुभासपा बीजेपी गठबंधन में शामिल थी. वहीं, सपा और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था. इस गठबंधन को 54 सीटें मिली थीं, जिसमें सपा को 47 और कांग्रेस को 7 सीटें मिलीं थीं. इसके अलावा बसपा को 19 सीटें मिली थीं, जबकि आरएलडी को एक सीट पर जीत मिली थी. अन्य के खाते में 4 सीटें गई थीं.
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