आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के दोनों सदनों में कुल महिला प्रतिनिधित्व का आंकड़ा 53 है. पहले सत्र के मुकाबले महिला प्रतिनिधित्व बढ़ा है. विधानसभा में 47 और विधानपरिषद में 6 महिला सदस्यों के साथ ये आंकड़ा 53 तक पहुंचता है. इनमें 29 विधायक बीजेपी से हैं, जबकि सबसे कम एक विधायक कांग्रेस पार्टी से है. समाजवादी पार्टी से 14 और अपना दल (एस) से तीन महिला विधायक चुन कर विधानसभा में पहुंची हैं. फिलहाल राज्य के मंत्रिमंडल में पांच महिलाएं शामिल हैं.
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आपको बता दें कि नियम 56 के तहत आराधना मिश्र मोना ने महंगाई का मामला उठाया है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “पुलिस बल में महिलाओं के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाना चाहिए, डॉयल 112 का रिस्पॉन्स टाइम कम हो. सपा सरकार में चलाई गई वुमन पावर हेल्पलाइन 1090 को मंजूर किया जाए और ऐप से जोड़ते हुए इसे बढ़ाया जाए. महिलाओं की सुरक्षा और उनको मौका देने के लिए सरकार के प्रयास जरूरी, उम्मीद है कि आज के सत्र के बाद कई मुद्दों पर बेहतर सुझाव आएंगे.”
अखिलेश यादव ने कहा, “पिछले सालों में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ा है. लखीमपुर, हाथरस इसका सीधा उदाहरण है. सरकार प्रयास करे तो यह अपराधों को रोका जा सकता है और नियंत्रित किया जा सकता है. कानून व्यवस्था के मामले को लेकर केवल चर्चा ना रह जाए बल्कि ठोस कदम भी उठाए जाएं. सरकार ने बड़ी-बड़ी बातें कहीं, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं हुआ. सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33% आरक्षण दिया जाए.”
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “न केवल आजादी में बल्कि महिलाओं ने समय-समय पर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को हम भूल नहीं सकते, उनके साथ-साथ बहुत सरे ऐसे नाम हैं जो कभी कभी हम लोग भूल जाते हैं. बेगम हजरत महल हैं, महारानी अवंतिबाई लोधी, चांद बीबी, दुर्गा भाभी, कस्तूरबा गांधी जी…और अनेक नाम हैं. देश की पहली महिला मुख्यमंत्री अगर किसी प्रदेश ने दी थी तो वो उत्तर प्रदेश ने दी थी. वो सुचेता कृपलानी थीं.”
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 5 सालों में महिला संबंधी अपराधों में कमी आई है. मुखबिर योजना के जरिए कन्या भ्रूण हत्या को कम किया गया, 13 लाख 67 हजार बेटियों को लाभ मिला. हर घर शौचालय से महिला की अस्मिता को बनाए रखते हुए रिकॉर्ड टॉयलेट दिए, 45 लाख घर, 1.66 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए.”
सीएम ने कहा,
“केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से महिला सशक्तिकरण की कई योजना शुरु की गई हैं. राष्ट्रीय पोषण, कन्या सुमंगला, बैंकिंग सखी और ग्रामीण स्तर पर महिलाओं के लिए योजनाएं जारी हैं. मिशन शक्ति के तहत हर थाने में महिला डेस्क की स्थापना की गई है.”
योगी आदित्यनाथ
विधानसभा के विशेष महिला सत्र से पहले सीएम योगी सदन को सीएम योगी ने संबोधित किया. उन्होंने कहा, “मां के समान कोई सहारा नहीं है, मां के समान कोई छाया नहीं है, मां के समान कोई प्रिय नहीं है.” सीएम योगी ने कहा, “भारतीय संविधान में प्रत्येक वयस्क नागरिक को मतदान का अधिकार दिया है. हमारे संविधान में महिला और पुरुष के बीच कोई अंतर नहीं है. इंग्लैंड और कई देशों में महिलाओं को अधिकार बाद में मिले.”
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मॉनसून सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है. आज का दिन यूपी विधानसभा के लिए खास होगा. सदन में कार्यवाही का पूरा दिन महिलाओं के नाम होगा. विधानसभा सत्र में इस बार एक नई पहल हो रही है. सदन में पूरे दिन महिलाओं से संबंधित मुद्दों को आवाज देते महिला जनप्रतिनिधियों की आवाज सुनाई देगी.
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मॉनसून सत्र का आज यानी गुरुवार चौथा दिन है. आपको बता दें कि यूपी विधानसभा आज एक नया इतिहास रचेगी. विधानसभा में महिला विधायक अपनी आवाज बुलंद करेंगी. प्रदेश के मुखिया और नेता सदन योगी आदित्यनाथ तथा नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव उनको सुनेंगे. अपनी तरह का ये पहला प्रयास होगा जिसमें सिर्फ महिला विधायकों को ही बोलने का मौका मिलेगा. और वो महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा और लैंगिक भेदभाव जैसे मुद्दे उठाएंगी.
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