उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई दिग्गज नेता अपनी राजनीतिक विरासत अपने बच्चों को सौंपने की तैयारी में है, तो कुछ नेता अपने परिजनों के लिए पार्टी से टिकट की मांग कर रहे हैं. इस लिस्ट में केंद्रीय मंत्री से लेकर सांसद और दो राज्यों के राज्यपाल भी शामिल हैं. खबर में आगे जानिए बीजेपी के वो ऐसे कौन से नेता हैं, जो अपने परिजनों के लिए टिकट की डिमांड पेश कर रहे हैं.
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‘दो राज्यों के राज्यपाल अपने बेटों के लिए मांग रहे टिकट’
ऐसा कहा जा रहा है कि बिहार के राज्यपाल फागू चौहान अपने बेटे राम विलास चौहान को सियासी पिच पर उतारना चाहते हैं. दारा सिंह चौहान के पार्टी छोड़ने के बाद खली हुई मऊ जिले की मधुबन सीट पर फागू चौहान ने अपने बेटे राम विलास चौहान के लिए टिकट की डिमांड की है. वहीं, दूसरी तरफ खबर यह भी है कि राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा भी अपने बेटे अमित मिश्रा के लिए देवरिया सीट से टिकट की मांग रहे.
बीजेपी के ये संसद मांग रहे परिजनों के लिए टिकट
भाटपाररानी विधानसभा सीट पर सलेमपुर लोकसभा सीट से सांसद रवींद्र कुशवाहा अपने छोटे भाई जयनाथ कुशवाहा को चुनाव लड़ाना चाहते हैं. ऐसे ही लखनऊ कैंट सीट पर प्रयागराज की सांसद रीता बाहुगुणा जोशी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए टिकट की दावेदारी कर रही हैं. कानपुर नगर के सांसद सत्यदेव पचौरी भी अपने बेटे अनूप पचौरी के लिए कानपुर नगर की गोविंद नगर सीट से टिकट की मांग कर रहे हैं.
खबर है कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह भी लखनऊ कैंट या लखनऊ की उत्तरी विधानसभा सीट से टिकट चाहते हैं. मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर की पत्नी जय देवी मलिहाबाद से विधायक हैं. इस बार कौशल किशोर अपने बेटे विकास किशोर को महिलाबाद और दूसरे बेटे प्रभात किशोर को सीतापुर की सिधौली सीट से चुनाव लड़ाना चाहते हैं. आगरा से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल अपनी पत्नी के लिए टूंडला से टिकट चाहते हैं. बता दें कि बघेल खुद टूंडला से विधायक रहे हैं.
मंत्रियों के बच्चे भी लाइन में
खबर मिली है कि यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही अपने ब्लॉक प्रमुख बेटे सुब्रत शाही के लिए खुद की सीट पथरदेवा छोड़ने को तैयार हैं. शाही का प्रयास है कि बेटे को पथरदेवा से टिकट मिल जाए और पार्टी उन्हें देवरिया सदर से चुनाव लड़ा दे. ऐसे ही रुद्रपुर के विधायक और मंत्री जयप्रकाश निषाद ने भी अपने बेटे को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रखी है.
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित अपने बेटे दिलीप दीक्षित के लिए उन्नाव की पुरवा सीट से टिकट की मांग कर रहे है. बता दें कि योगी सरकार में वित्त मंत्री रहे राजेश अग्रवाल को 75 वर्ष की आयु पूरी करने के कारण मंत्री पद से हटाया गया था. बीजेपी ने उन्हें राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नियुक्त किया. वहीं, अब राजेश अग्रवाल बरेली कैंट से अपने बेटे आशीष अग्रवाल के लिए टिकट मांग रहे हैं.
सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा भी 76 वर्ष के हो गए हैं. वर्मा ने पहले तो खुद की दावेदारी जताई है, वहीं, अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वे अपने बेटे गौरव वर्मा के लिए कैसरगंज से टिकट की दावेदारी पेश कर रहे हैं.
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