समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे चौधरी यशपाल सिंह की 100वीं जयंती के मौके पर रविवार, 10 अक्टूबर को सहारनपुर के तीतरों पहुंचे. यहां पहुंचकर अखिलेश ने चौधरी यशपाल सिंह को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर अखिलेश यादव ने एक जनसभा को भी संबोधित किया.
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अखिलेश ने बताया चौधरी यशपाल को आज भी क्यों किया जाता है याद
अखिलेश यादव ने कहा, “चौधरी यशपाल आज हमारे बीच में नहीं हैं, आज भी हम उन्हें याद कर रहे हैं. चौधरी यशपाल जैसे पूज्य लोग इसलिए याद किए जाते हैं क्योंकि जब समाज को जरूरत पड़ती है, तो वो समाज के साथ-साथ गरीब और किसान के साथ खड़े दिखाई देते हैं, इसलिए आज भी हम लोग उनको याद कर रहे हैं.”
इस बीच अखिलेश ने एक किस्से का जिक्र करते हुए बताया, “एक बार हमें एक पंडित जी हवाईजहाज में मिले थे. उन्होंने मेरा हाथ देखा और हाथ देखने के बाद खुश होकर कहा कि इस बार आपकी सरकार बनने जा रही है और 350 सीटें जीतोगे आप.”
अखिलेश ने कहा,
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‘जिन्होंने गीता पढ़ी है वो जानते होंगे हम योगी उसको बोलते हैं, जो दूसरे का दुख अपना दुख समझे. गुरुनानक जी को जिन्होंने पढ़ा होगा वो जानते होंगे कि उन्होंने कहा कि माया के बीच में रहकर के जो माया से दूर रहे वो योगी होता है.’
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‘जो लोग गद्दी पर बैठे हैं, उन लोगों का कारनामा हमने लखीमपुर में देखा. जहां किसानों को कुचल दिया गया. गाड़ी के टायरों से कुचल दिया गया. किसानों को तो कुचला ही गया, लेकिन उसके साथ-साथ कानून को भी कुचलने की तैयारी थी. जो लोग कानून को कुचल सकते हैं, किसान को कुचल सकते हैं, उन्हें संविधान को कुचलने में देर नहीं लगेगी.’
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‘किसानों को मवाली कहा जा रहा है. इनका बस चले तो ये आतंकवादी कह दें आपको. बीजेपी ने कितना ही अपमानित किया होगा, लेकिन किसान भी संघर्ष पर डटे हुए हैं. जब तक तीन कानून वापस नहीं होंगे, तब तक नहीं हटेंगे. यही लोकतंत्र है कि हम गद्दी पर बैठाना जानते हैं तो उतारना भी जानते हैं.’
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‘मुख्यमंत्री कहते हैं किसानों को हमने भुगतान लाखों-करोड़ों का कर दिया है. लेकिन हमारे गन्ने के किसान भाई-बहन जानते हैं कि अभी भी 4000 करोड़ रुपये से ज्यादा का गन्ना बकाया भुगतान बकाया है.’
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‘उत्तराखंड में बड़े मुख्यमंत्री बदल रहे हैं. आपके बगल में तीसरे मुख्यमंत्री आ गए हैं.
हम तो कहते हैं कि उत्तराखंड का भला चाहते हो तो इन मुख्यमंत्री का ट्रांसफर यहीं कर दो. जिस प्रदेश से आए हैं, उसी प्रदेश में वापस भेज दो.’
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‘बीजेपी के एक मंत्री ने कहा सरसों के तेल की कीमत आज इसलिए बढ़ गई क्योंकि इसमें हम मिलावट नहीं करते. बताओ बीजेपी वालो तुम्हारा ये तर्क है.’
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‘हमारे यूपी के मुख्यमंत्री वैसे ही नकल कर लेते हैं. अगर दिल्ली वाले 5 ट्रिलियन इकॉनमी की बात कर रहे हैं तो हमारे यूपी वाले कह रहे हैं कि हम भी 1 ट्रिलियन इकॉनमी पहुंचा देंगे.’
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‘कोरोना के समय न जाने कितने लोगों की जान चली गई. न दवाई दे पाए, न बेड दे पाए और न ही ऑक्सीजन का सिलिंडर दे पाए. बीजेपी ने गरीबों को अनाथ छोड़ने का काम किया.’
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‘लोग जान न जाएं कि अंतिम संस्कार हो रहा है, उसको छिपाने के लिए टीन शेड लगाने का काम इसी सरकार के मुख्यमंत्री जी ने किया.’
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‘जब बीजेपी से पूछा ये लाशें कहां से आईं, तो कहते हैं ये यूपी की लाशें नहीं हैं ये बिहार से आई हैं. जो लोग लाश पर झूठ बोल सकते हैं, जब चुनाव आएगा तो न जाने क्या कर देंगे.’
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‘अच्छी खासी 100 नंबर गाड़ी बनाई थी. हमारे बाबा मुख्यमंत्री नाम बदल देते हैं. 100 का 112 कर दिया. ये हमारे पुलिस के लोग भी जानते हैं कि सरकार जाने वाली है इसलिए मुस्कुरा रहे हैं.’
अखिलेश का तंज- ‘जो नाम बदलेगा, उसकी सरकार बदलेगी’
अखिलेश ने कहा, “ये नाम बदलने वाले लोग हैं. अगर कोई मुख्यमंत्री जी से मिलने जाएगा तो जरूरी नहीं कि जब वो लौटे तो उसका वही नाम हो. ये नाम बदलकर इतिहास बदलना चाहते हैं. जो नाम बदलेगा, जो इतिहास बदलेगा, चुनाव आएगा तो उनकी सरकार बदल जाएगी.”
समाजवादी जब लड़े तब लखीमपुर खीरी कांड में एफआईआर लिखी गई: अखिलेश
एसपी चीफ ने दावा किया, “लखीमपुर खीरी कांड में एफआईआर नहीं लिख रहे थे. जब समाजवादी लोग हर जगह पर लड़े, गिरफ्तारी दी, पुलिस से टकरा गए, तब जाकर एफआईआर लिखी गई.” उन्होंने आगे कहा, “जब गृह राज्य मंत्री के बेटे पर आरोप हो, सरकार बचा रही हो और अगर कोई जांच करने जाएगा तो कैसे जांच होगी. अगर कोई गृह राज्य मंत्री होगा और पुलिस का कोई अधिकारी जाएगा तो पहले सल्यूट मारेगा, तो बताओ कौनसी जांच हो जाएगी.”
अखिलेश बोले- ‘ये सब बेच रहे हैं, फिर हमारे अधिकारों का क्या होगा’
अखिलेश ने कहा, “पहले हवाई जहाज बेच दिए. एयरपोर्ट बेच दिए. अब ट्रेनें भी बिक रहीं हैं और बाद में स्टेशन भी बिक जाएंगे. सब चीजें बेच दे रहे हैं और जब सब बिक जाएगा तो संविधान में बाबा साहब ने हमें जो अधिकार दिए हैं, उनका क्या होगा. याद करना अंग्रेज कारोबार करने आए थे. जो ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी वो 2-3 चीजों का कारोबार करती थी. धीरे-धीरे कारोबार बढ़ा दिया और बाद में एक कानून इंग्लैंड में पास किया और जो कारोबार करने आई थी कंपनी वो सरकार बन गई और देखो बीजेपी का खेल, एक-एक करके प्राइवेट कंपनी को बेच रहे हैं. हो सकता है कि एक दिन ये भी चले जाएं और कहें कि हम सरकार नहीं चलाएंगे. ये भी आउटसोर्सिंग से चलेगी.” अखिलेश ने कहा, “ये लोग सब बेच देंगे क्योंकि इन्हें कुर्सी चाहिए.”
अखिलेश ने कहा- ‘मुख्यमंत्री पावर प्लांट का नाम नहीं ले पाते’
अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी प्लांट के नाम नहीं ले पाते हैं और जब वो नाम नहीं ले पाते हैं तो बिजली कैसे बनाएंगे.
अखिलेश ने रैली में मौजूद लोगों से अपील की, “अगर देश को बचाना है तो बीजेपी को हराना होगा. हमने बीजेपी को रोकने के लिए पिछले लोकसभा चुनाव में बीएसपी के साथ गठबंधन किया. जो भी समझौते कर सकते थे, वो किए लेकिन उत्तर प्रदेश से बीजेपी ज्यादा सीटें जीत गई. अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हरा दिया जाता तो ये तीन काले (केंद्रीय कृषि) कानून नहीं आते.”
अखिलेश का CM योगी को ‘टंग ट्विस्टर’ चैलेंज, कहा- देश के कानून को जीप के टायरों से रौंदा
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