UP Police Recruitment Exam Cancelled: उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को राज्य के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया. इसके साथ ही सरकार ने छह माह के भीतर फिर से परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं. वहीं, यूपी सरकार द्वारा परीक्षा को निरस्त करने के आदेश के बाद अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सिराथू विधायक पल्लवी पटेल की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने यूपी सरकार के इस फैसले को अधूरा बताया है. साथ ही मांग की है कि 15 दिनों के भीतर या लोकसभा चुनाव की अधिसूचना से पहले यूपी पुलिस भर्ती एग्जाम को फिर से आयोजित कराया जाए.
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पल्लवी पटेल ने कहा, "यह फैसला अधूरा है. छह महीने की अवधि विश्वसनीय नहीं है. न्याय में देरी न्याय न मिलने के बराबर है. उम्मीदवारों को अगले 15 दिनों के भीतर या लोकसभा चुनाव की अधिसूचना से पहले उन्हीं प्रवेश पत्रों के साथ दोबारा परीक्षा देने की अनुमति दी जानी चाहिए..."
यूपी सरकार ने भर्ती बोर्ड को क्या निर्देश दिए?
आपको बता दें कि शासन ने भर्ती बोर्ड को यह निर्देश दिए हैं कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए. शासन ने प्रकरण की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) से कराए जाने का निर्णय लिया है. दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों अथवा संस्थाओं के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं. शासन ने 6 माह के अंदर पूर्ण शुचिता के साथ पुनः परीक्षा आयोजित करने तथा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवा अभ्यर्थियों को निःशुल्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
गौरतलब है कि उप्र पुलिस के आरक्षी (सिपाही) के 60 हजार से अधिक पदों के लिए 17 व 18 फरवरी को राज्य के सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें करीब 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे.
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