गुरुवार, 24 मार्च को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. इसके साथ ही उन्होंने शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची भी राज्यपाल को सौंपी है.
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अब सबकी निगाहें 25 मार्च को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हैं कि आखिर यूपी में योगी आदित्यनाथ के सीएम पद की शपथ लेने के साथ डिप्टी सीएम और मंत्री पद की शपथ कितने नेता ले रहे हैं. इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि पिछली सरकार में डिप्टी सीएम रहे केशव प्रसाद मौर्य को अपनी सीट गंवाने के बाद क्या मिलने जा रहा है.
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद देर शाम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की है. राजभवन के सूत्रों ने बताया कि योगी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद देर शाम करीब 8:15 बजे राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया.
इससे पहले, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नेतृत्व में भाजपा गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की थी और उन्हें 273 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था. राजभवन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में आग्रह किया गया है कि योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में एवं उनके मंत्रिमण्डल के शपथ ग्रहण के लिए आवश्यक निर्देश जारी किये जाए.
राज्यपाल ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुये 25 मार्च को अपराह्न 03.15 बजे लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन रखा है. गौरतलब है कि हाल में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को 255 सीटें मिली थीं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल सोनेलाल को 12 और निषाद पार्टी को छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी.
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