चुनाव आयोग ने बुधवार को लोकसभा उपचुनाव की तारीख की घोषणा की. घोषणा के मुताबिक, यूपी के रामपुर और आजमगढ़ में 23 जून को लोकसभा उपचुनाव होगा और 26 जून को वोटों की गिनती होगी.
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चुनाव आयोग की तरफ से जारी सूचना के अनुसार, 30 मई को उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी होगी. 6 जून तक नामांकन के लिए पर्चा दाखिल होगा. 7 जून को दाखिल किए गए नामांकन पत्रों की जांच होगी. वहीं 9 जून को नामांकन की वापसी होगी.
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने अपनी-अपनी संसदीय सीट छोड़ दी थी. अखिलेश यादव ने आजमगढ़ संसदीय सीट छोड़ी थी, जबकि आजम खान ने रामपुर सीट से अपना इस्तीफा दिया था. दोनों नेता हाल ही में हुए राज्य के विधासनभा चुनाव जीते थे. अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से विधायक चुने गए थे, जबकि आजम खान रामपुर विधानसभा सीट से विजयी हुए थे.
अब आजमगढ़ सीट से यह देखना रोचक होगा कि क्या अखिलेश यादव अपने परिवार पर ही दांव खेलेंगे. क्योंकि डिंपल (अखिलेश की पत्नी) को राज्यसभा भेजे जाने की तैयारी है, पहले चर्चा यह थी कि आजमगढ़ से डिंपल को लड़ाया जा सकता है. अब देखना रोचक होगा कि अगर कोई परिवार से हुआ तो वो नाम कौन होगा.
इसके अलावा रामपुर सीट भी आजम खान की पारिवारिक सीट मानी जाती है. अब जबकि आजम और उनके बेटे दोनों विधायक हैं, तो क्या आजम खान अपनी पत्नी के लिए यहां से दावेदारी मांग सकते हैं. पिछले दिनों आजम खान की बहु सिदरा अदीब खान भी राजनीतिक रूप से सक्रिय दिखाई दी हैं, कहीं ऐसा तो नहीं कि उनकी बहू भी यहां से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हों.
उधर, बीजेपी में इस बात की चर्चा है कि भोजपुरी स्टार दिनेश लाल निरहुआ आजमगढ़ से फिर उम्मीदवार हो सकते हैं. 2019 में निरहुआ अखिलेश यादव के खिलाफ लड़े थे और हार गए थे.
उपचुनाव की तारीख के घोषणा के बाद एक बार फिर यूपी में चुनावी माहौल देखने को मिलेगा. माना जा रहा है कि इस उपचुनाव में सपा और बीजेपी में सीधा मुकाबला होगा.
हालांकि, ये देखना दिलचस्प होगा कि आजमगढ़ और रापमुर संसदीय सीट से सपा की तरफ से कौन उम्मीदवार होता है. ये दोनों सीट सपा की गढ़ मानी जाती है.
विधानसभा में अखिलेश की तरफ से अपना मुद्दा उठाए जाने पर आजम खान ने कह दी ये बड़ी बात
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