रविवार, 12 सितंबर को एक अखबार में छपे योगी आदित्यनाथ सरकार के एक विज्ञापन को लेकर विपक्ष जमकर हमलावर दिखा. विपक्ष ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के विकास से जुड़े इस विज्ञापन में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक फ्लाईओवर की तस्वीर इस्तेमाल की गई है.
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इस दौरान योगी सरकार पर हमला बोलने वाले विपक्षी नेताओं में तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, पार्थ चटर्जी, मुकुल रॉय के साथ-साथ आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता भी शामिल रहे. अब अखबार का बयान सामने आने पर बीजेपी ने विपक्ष पर पलटवार किया है. बीजेपी नेताओं ने क्या-क्या कहा है, ये जानने से पहले अखबार के बयान पर नजर दौड़ा लेते हैं.
बता दें कि यह विज्ञापन अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में छपा. इस मामले पर अखबार का कहना है, ”अखबार के मार्केटिंग डिपार्टमेंट द्वारा निर्मित उत्तर प्रदेश पर विज्ञापन के कवर कोलाज में अनजाने में एक गलत तस्वीर शामिल कर ली गई थी. इस त्रुटि के लिए गहरा खेद है और अखबार के सभी डिजिटल संस्करणों में इस तस्वीर को हटा दिया गया है.”
बीजेपी ने किया विपक्ष पर पलटवार
योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है, ”(पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता) ममता (बनर्जी) जी भी जानती हैं कि उत्तर प्रदेश एक जमाने में बीमारू प्रदेश हुआ करता था, जब वह अखिलेश यादव से मिलने आती थीं, लेकिन जब से बीजेपी की सरकार आई, (तब से) जो विकास कार्य हुए हैं, वह उनके लिए हैरानी वाली बात है, परेशानी वाली बात है.”
रजा ने कहा, ”यहां रोहिंग्या समर्थक, आतंकवादी समर्थक सरकार नहीं है, यहां घुसपैठियों वाली सरकार नहीं है. यहां विकास पर सरकार बनी है. उनके यहां जब सरकार बनती है तो रोहिंग्याओं को भी साथ लिया जाता है, घुसपैठियों की मदद ली जाती है.”
उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश में चौमुखी विकास हो रहा है, जो इनकी कल्पना में भी नहीं था क्योंकि उन्होंने तो विनाश वाला उत्तर प्रदेश देखा था, ऐसा विकास वाला उत्तर प्रदेश तो देखा ही नहीं था.”
रजा ने कहा, ”तृणमूल कांग्रेस अभी बीजेपी के सामने सूरज को चिराग दिखाने वाली पार्टी है. बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है.”
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ”जिस अखबार के विज्ञापन के आधार पर विपक्ष को एक मुद्दा मिला था, उस अखबार ने स्वयं स्पष्ट कर दिया कि मार्केटिंग डिपार्टमेंट की गलती की वजह से गलत विज्ञापन चला गया. भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने जिस तरह के विकास के नए मानदंड गढ़ने का काम किया है, (उसे लेकर) हमें किसी दूसरे राज्य के विकास के चित्र दिखाने की आवश्यकता नहीं है. उत्तर प्रदेश के विकास के चित्र आज देश-दुनिया में छा रहे हैं.”
इस मामले में पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने ट्वीट कर रहा है, ”फेक प्रोपेगैंडा फैलाने वालों ने एक अखबार की विज्ञापन संबंधी त्रुटि का सहारा लिया. योगी आदित्यनाथ जी की सरकार विकास का प्रमाण है. यूपी सरकार को एक ऐसे राज्य से (वह तस्वीर भी) लेने की जरूरत नहीं है, जो अपने प्रशासन के कुप्रबंधन के कारण दिवालिया होने के कगार पर है.”
विपक्ष ने किस तरह बोला योगी सरकार पर हमला?
तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा था, ”ऐसा लगता है कि ‘डबल इंजन मॉडल’ बीजेपी के सबसे मजबूत राज्य में बुरी तरह से नाकाम हो गया है.”
उनके अलावा इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस के पार्थ चटर्जी और मुकुल रॉय की भी प्रतिक्रियाएं आई थीं.
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा था, ”ऐसा विकास न सुना होगा न देखा होगा. कलकत्ता का फ्लाईओवर खींचकर लखनऊ ले आए हमारे CM आदित्यनाथ जी, भले ही विज्ञापन में ले आए लेकिन लाए तो.”
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, ”इनका काम ही है झूठे विज्ञापन देना.”
इस मामले पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ”अभी तक तो सपा की सरकार के कामों को ही यूपी की भाजपा सरकार अपना बता-बता के झूठा प्रचार कर रही थी पर अब तो झूठ की हद ही हो गई है जब वो कोलकाता की तस्वीर को अपने विकास की तस्वीर बता रही है. भाजपा को ‘झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अंतरराष्ट्रीय संस्थान’ खोल लेना चाहिए.”
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