समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लगातार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को निशाने पर ले रहे हैं. इस बीच, उन्होंने दावा किया है कि ‘बीजेपी दो-फाड़ के मुहाने पर खड़ी है.’
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अखिलेश ने 19 अक्टूबर को ट्वीट कर कहा है, ”बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेता अगले चुनाव में ‘बीजेपी की हार’ की जो बात खुलकर कर रहे हैं, वही बात गांव-गलियों में बीजेपी के कार्यकर्ता और समर्थक दबी जुबान में कर रहे हैं. भाजपाई किसानों और जनता के आक्रोश से बचने के लिए पाले बदल रहे हैं. बीजेपी दो-फाड़ के मुहाने पर खड़ी है.”
अखिलेश का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब हाल ही में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक किसानों को लेकर बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को चेतावनी दे चुके हैं.
रविवार को झुंझुनूं में संवाददाताओं से बातचीत में मलिक ने कहा था कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा उसी दिन होना चाहिए था.
मलिक ने किसान आंदोलन से जुडे़ एक सवाल के जवाब में कहा, ”किसानों के साथ ज्यादती हो रही है, वो 10 महीने से पड़े हैं, उन्होंने घर बार छोड़ रखा है, फसल बुवाई का समय है और वे अब भी दिल्ली में पड़े हैं तो उनकी सुनवाई करनी चाहिए सरकार को.’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या वजह है कि सरकार अभी तक किसानों को मनवा नहीं पाई? इस पर मलिक ने कहा, ‘‘ देखो, सरकारें जितनी भी होती हैं, उनका मिजाज थोड़ा आसमान में हो जाता है, उन्हें यह दिखता नहीं है कि इनकी तकलीफ कितनी है, लेकिन वक्त आता है फिर उनको देखना भी पड़ता है, सुनना भी पड़ता है… यही सरकार का होना है… अगर किसानों की मांगें नही मानी गईं तो यह सरकार दोबारा नहीं आएगी.’’
उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव में किसान आंदोलन का प्रभाव पड़ेगा? इसके जवाब में मलिक ने कहा, ”यह तो यूपी वाले बताएं कि प्रभाव पड़ेगा कि नहीं, मैं तो मेरठ का हूं मेरे यहां तो कोई बीजेपी का नेता किसी गांव में घुस नहीं सकता है… मेरठ , बागपत, मुज्जफरनगर.. घुस नहीं सकते हैं.’’
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