समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव को लेकर कहा है कि उनको भी साथ लिया जाएगा. दीपावली से पहले 3 नवंबर को अखिलेश यादव अपने पैतृक गांव सैफई पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. वहां सभी की समस्याएं सुनते हुए उन्होंने लगातार सभी को चुनाव में बढ़-चढ़कर प्रचार प्रसार करने की अपील भी की.
ADVERTISEMENT
इसके बाद पत्रकारों ने अखिलेश यादव से जब चाचा शिवपाल सिंह के साथ गठबंधन का सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी ने निर्धारित किया है कि छोटे दलों को साथ लिया जाएगा. चाचा का भी एक दल है उनको भी साथ लाने का काम करेंगे. पूरा सम्मान उनका होगा. आपको भरोसा दिलाता हूं, उन्हें भी साथ लिया जाएगा.”
इसके अलावा जिन्ना पर सत्ता पक्ष की ओर से हमला बोले जाने पर अखिलेश ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी नफरत की राजनीति करती है. वह केवल इसी तलाश में रहते हैं कोई मुद्दा मिल जाए. बीजेपी वाले रोजगार पर बहस नहीं करेंगे, विकास की बात नहीं करेंगे.”
6 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इटावा आने की संभावना पर उन्होंने कहा, “हमारा ही कोई इटावा में काम होगा जिसका उद्घाटन करने आ रहे हैं. उनके पास अपना कोई काम नहीं है. उनसे पूछना इटावा के लिए आपने क्या विशेष काम किया है?”
एसपी विधायक सुभाष पासी के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा, “जो विधायक गए हैं बीजेपी में, उनका स्टेटमेंट सुन लीजिए. उन्होंने कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरते हुए कहा कि हमारे पिता और भाई की हत्या हुई तो सोचिए किस मजबूरी में गए, यह हम नहीं कह सकते हैं?”
कानून व्यवस्था के सवाल पर अखिलेश ने कहा, “लखनऊ में भारत के गृह मंत्री जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने मंच पर नहीं देख पाए कौन खड़ा है. समाजवादियों ने संकल्प लिया है कि आज दिवाली पर स्मृति दिवस के रूप में सभी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता किसानों के लिए एक दिया अपने घरों पर जलाएंगे.”
महंगाई को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि महंगाई इतनी है कि गरीब आदमी और जनता दीपावली का त्योहार नहीं माना पा रही है.
अखिलेश यादव का ऐलान- ‘मैं उत्तर प्रदेश का अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा’
ADVERTISEMENT