उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले यूपी तक ने सी-वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख से बात कर सर्वे के हिसाब से राजनीतिक दलों की स्थिति को समझने की कोशिश की है.
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यूपी में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की स्थिति को लेकर देशमुख ने बताया, ”एबीपी न्यूज और सीवोटर का जो ट्रैकर है, जो हमने एक साल से ज्यादा वक्त पहले दिखाना शुरू किया था, उस समय बीजेपी का वोट शेयर तकरीबन 50 फीसदी था, अब वो घटते-घटते 40 फीसदी के आसपास आकर अटका है. ट्रैकर में डेढ़ साल के वक्त में बीजेपी का वोट शेयर करीब 10 फीसदी कम होता दिखा है.”
वहीं विपक्षी दलों को लेकर उन्होंने कहा, ”विपक्ष में 40 फीसदी वोट 2019 में एसपी-बीएसपी के कॉम्बिनेशन को पड़ा था. जब वो बंटा तो 20-20 नहीं हुआ, अभी वो 30 (एसपी) और 10 (बीएसपी) में बंट गया है. यानी यूपी की जनता ने एक तरह से मान लिया है कि बीजेपी के सामने मुख्य धुव्र समाजवादी पार्टी (एसपी) है. बाकी सब विपक्षी पार्टियां धीरे-धीरे हाशिए पर जाती दिख रही हैं.”
इसके अलावा उन्होंने बताया,
”कुछ वक्त पहले एसपी का वोट शेयर बढ़ता दिख रहा था, जबकि बीजेपी का वोट शेयर घटता दिख रहा था. तब लग रहा था कि आने वाले वक्त में एसपी वोट शेयर के मामले में बीजेपी से आगे निकल जाएगी. लेकिन ऐसा लगता है कि पिछले करीब 4-5 हफ्तों में बीजेपी का ग्राफ गिरना बंद होकर 40 फीसदी के आसपास ठहर गया है, जबकि एसपी का ग्राफ 33-34 फीसदी के आसपास रुक गया है. यहां पर मामला अटक सा गया है.”
यशवंत देखमुख, फाउंडर, सी-वोटर
सी-वोटर के फाउंडर ने कहा, ”मौजूदा आंकड़ों को देखकर अब ये लगता है कि बीजेपी की स्थिति कितनी भी खराब हो, उसके प्रति लोगों की नाराजगी कितनी भी हो, लेकिन 5-6 फीसदी का गैप यूपी की राजनीति में बहुत बड़ा गैप होता है. फिलहाल मैं यह कह सकता हूं कि आज की तारीख में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है.
हालांकि, देशमुख ने उन पहलुओं का भी जिक्र किया, जिसकी वजह से आने वाले वक्त में बाजी पलट भी सकती है. उन्होंने क्या-क्या कहा, उसे आप ऊपर दिए गए यूपी तक के वीडियो में देख सकते हैं.
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