यूपी नगर निकाय चुनाव में टिकट वितरण को लेकर बीजेपी ने बड़ा फैसला किया है. पार्टी मौजूदा मंत्री, एमपी और एमएलए के परिवारवालों और रिश्तेदारों को टिकट नहीं देगी. सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के आवास पर सोमवार को हुई बैठक में यह फैसला हुआ है. बैठक में सीएम योगी ने प्रभारी मंत्रियों को भी जिताऊ उम्मीदवार को टिकट देने और प्रक्रिया पर नजर रखने को कहा है.
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वहीं, यूपी बीजेपी संगठन के महामंत्री और अमेठी के प्रभारी संजय राय ने कहा कि पार्टी किसी भी चुनाव में अपने कार्यकर्ता को प्राथमिकता देती है.
टिकट वितरण को लेकर बनी खास नीति
उन्होंने कहा कि ‘महानगर, जिले, नगर पंचायत स्तर पर स्क्रीनिंग कमेटी बनाई गई है, जिसमें स्थानीय विधायक, सांसद और जिले के अध्यक्ष प्रभारी शामिल हैं. उसी के आधार पर प्रत्याशी का चुनाव सर्वसम्मति से होगा. सामूहिक तौर पर समन्वय बनाकर टिकट वितरण का काम होगा. पिछले चुनाव में भी लगातार टिकटों को लेकर यही प्रक्रिया अपनाई जाती है.’
यूपी बीजेपी संगठन के महामंत्री ने कहा कि ‘बीजेपी में बहुत प्रत्याशी हैं. सभी को टिकट नहीं मिल सकता है. बीजेपी का कार्यकर्ता समझदार है, जो टिकट ना मिलने के बाद भी पार्टी की जीत के लिए लगातार काम करता है.’
वहीं, एमपी-एमएलए-मंत्री के रिश्तेदारों को टिकट न देने पर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि ‘यह पहले से ही परंपरा है. स्थानीय समीकरणों को देखते हुए टिकट दिया जाएगा. सामंजस्य बनाते हुए आपसी समझ और सुचिता को बनाकर टिकट दिया जाएगा. कार्यकर्ता के मन की बात को सुना जाएगा और एक एक टिकट पर जीत का पूरा दारोमदार होगा.’
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