माफियाओं पर बुल्डोजर एक्शन के बाद अब माफियाओं की जमीन पर गरीबों के आशियाने का नया मॉडल सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने रख दिया गया है. उत्तर प्रदेश में प्रयागराज पहला ऐसा शहर है, जहां माफिया अतीक अहमद के कब्जे से छुड़ाई गई सरकारी जमीन पर 76 फ्लैट बनाकर योगी सरकार ने गरीबों में बांट दिए. सीएम योगी का यह फॉर्मूला अब सियासी रूप में भी हिट होता नजर आ रहा है. जल्द ही पूरे उत्तर प्रदेश में बुल्डोजर चलाकर माफियाओं से छुड़ाई गई सरकारी जमीनों पर अब गरीबों के आशियाने नजर आएंगे.
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30 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में जब फ्लैट की चाबियां गरीब परिवारों को सौंपी तभी उन्होंने इस बात का ऐलान कर दिया था कि अब प्रयागराज का यह मॉडल उत्तर प्रदेश के दूसरे जिलों में भी जाएगा जहां-जहां माफियाओं ने सरकारी जमीनों को कब्जा किया. सरकार ने जहां बुल्डोजर चलाकर उसे छुड़ाया उन सभी जमीनों पर गरीबों के लिए फ्लैट बनाए जाएंगे.
सरकार की अगली तैयारी लखनऊ और मऊ में मुख्तार अंसारी और उसके परिवार से छुड़ाई गई सरकारी जमीनों पर गरीबों के लिए आशियाने बनाने का है. जिस तेजी से माफियाओं के अवैध अतिक्रमण पर बुल्डोजर चले अब योगी सरकार उसी तेजी से उन जमीनों पर गरीबों के आशियाने बनाने की तैयारी कर रही लेकिन आखिर इसका सियासी फायदा कितना होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह मॉडल अब सुर्खियों में है. टीवी ऐड से लेकर अखबारों तक में प्रयागराज मॉडल का विज्ञापन शुरू हो चुका है. इसकी चर्चा अब उत्तर प्रदेश में शुरू हो चुकी है. अगले 1 साल में जब 2024 के चुनाव होंगे तब तक कई जिलों में माफियाओं से छुड़ाई गई सरकारी जमीनों पर फ्लैट्स बन कर तैयार होंगे. हो सकता है कि चुनाव के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐसे कई आयोजन कर गरीबों में माफियाओं के जमीनों पर बने फ्लैट की चाबियां सौंपें.
बुल्डोजर एक्शन की आलोचना तो विपक्षी पार्टियों ने खूब की लेकिन माफियाओं से छुड़ाई गई जमीनों पर गरीबों के आशियाने पर फिलहाल कोई पॉलिटिकल पार्टी बोलने की हालत में नहीं है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मॉडल को सामने रखकर विपक्ष को यह चुनौती दी है कि वह इस काम की आलोचना करने की हिम्मत जुटाएं.
जब से 76 फ्लैटों की चाबी गरीबों को सौंपी गई है तब से एक भी विपक्ष का नेता या विपक्षी दल इसके खिलाफ नहीं बोल पाया है, क्योंकि सरकार ने अतीक अहमद से सरकारी जमीन छुड़वा कर उस पर यह आशियाने बनवाए थे. अगर ऐसे आशियाने जिले-जिले में बनने लगे तो फिर इसका सियासी असर कितना होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
दरअसल, यह ऐसा योगी मॉडल का मॉडल है जिस पर योगी आदित्यनाथ की सरकार को खूब वाहवाही मिल रही है और विपक्ष इस बात की आलोचना भी नहीं कर पा रहा. ऐसे में साल 2024 के पहले योगी का यह प्रयागराज मॉडल चर्चा में आ गया है, लेकिन क्या इसका सियासी फायदा होगा?
अतीक अहमद से छुड़ाए गए इस जमीन पर बनाए गए सरकारी फ्लैट में तकरीबन 13 फीसदी फ्लैट्स मुस्लिम महिलाओं को मिले हैं, इससे यह मामला सांप्रदायिक भी नहीं हो पाया.
बीजेपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मॉडल को लेकर अब जिले जिले घूमने की तैयारी कर रही है. मोदी मॉडल के साथ-साथ जब भी अब योगी सरकार के बुल्डोजर मॉडल की बात होगी तब बुल्डोजर के साथ माफियाओं से छुड़ाए गए जमीनों पर बने गरीबों के आशियाने पर भी चर्चा होगी. बीजेपी इसे चुनाव में लोगों के सामने बेहद ही आक्रामक तरीके से रखेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी हर चुनावी सभा में बुल्डोजर का जिक्र किया करते थे, लेकिन अब बुल्डोजर के बाद वो इस प्रयागराज मॉडल की बात भी जोर-शोर से करेंगे और विपक्ष के पास इस बात का शायद ही कोई काट हो.
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