UP Corona News: उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, ऐसे में फिर से कोविड वेव की आशंका जताई जा रही है. इस बीच आईआईटी के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने एक बड़ा बयान दिया है. प्रोफेसर मनिंद्र के अनुसार, “कोविड को किसी अन्य सीजनल बीमारी की तरह नहीं देख सकते, पता नहीं कौन सा वेरिएंट कितना खतरनाक निकल आए?”
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प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा, “प्राथमिक एनालिसिस के मुताबिक कोविड केसे की संख्या भी तेजी से बढ़ने वाली है और हो सकता है और स्थिति पिछले साल चौथी वेब जैसी हो जाए, जिसके मुताबिक आने वाले 2 महीनों में प्रतिदिन 15 से 20 हजार केसे भी आ सकते हैं. फिलहाल इतनी बड़ी आबादी में किसी भी जिले में 100 से अधिक केसे नहीं पाए गए हैं. इसका मतलब स्थिति चिंताजनक नहीं है. अगर केस की संख्या इससे 10 गुना भी बढ़ जाए तो भी स्थिति सामान्य ही रहेगी. यह भी एक तरीके का फ्लू है और जिसका असर खांसी-जुकाम के रूप में दिखाई दे रहा है.”
प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक, “केस का बढ़ना नेचुरल इम्यूनिटी कम होने का संकेत है. हालांकि तीसरी लहर के दौरान ज्यादातर भारतीयों में नेचुरल इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग थी. लेकिन अब यह धीरे-धीरे कम हो रही है. नेचुरल इम्यूनिटी को बढ़ाने का एक ही तरीका है और वह है कोविड-19 फिट होना.” प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक जब इस वायरस से लोग संक्रमित होंगे तभी उससे लड़ने के लिए जो एंटीबॉडीज शरीर में बनेंगी, वही नेचुरल इम्यूनिटी बढ़ाएंगी.
इन बातों का दें ध्यान
प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा, “ऐसे में डरने की जरूरत नहीं है. कोवीड की गाइडलाइंस का पालन करें, डॉक्टर से सलाह लें और दवा खाएं. साथ ही अपनी प्रतिरोधक क्षमता का विशेष ध्यान रखें.”
आपको बता दें कि यूपी के जिलों में केस बढ़ना शुरू हो चुके हैं. लेकिन इस बार मरीजों में सीटी वैल्यू काफी कम पाई जा रही है, जो चिंता का विषय है और एक्सपर्ट के मुताबिक यह नेचुरल इम्यूनिटी कम होने की वजह से ही है.
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