Atiq Ahmed News: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है. चुनावी माहौल अपने पक्ष में करने के लिए राजनीतिक दल तरह-तरह के बयान दे रहे हैं. वहीं, यूपी के प्रयागराज में हुई माफिया अतीक अहमद की हत्या का मामला हजारों किलोमीटर दूर कर्नाटक तक पहुंच गया है. इस बीच भाजपा एमपी शोभा करंदलाजे ने अतीक मामले को केंद्र पर रखकर इमरान प्रतापगढ़ी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उन इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा सांसद बनाया है, जिनकी दोस्ती एक वक्त गैंगस्टर
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न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए बयान में भाजपा एमपी शोभा करंदलाजे ने कहा, “गैंगस्टर के साथ थे. गैंगस्टर के फ्रेंड हैं. गैंगस्टर अतीक और अशरफ को वो गुरु मानते थे…ऐसे इमरान प्रतापगढ़ी को कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा सांसद बनाया है. वो (इमरान प्रतापगढ़ी) कर्नाटक आए थे, वहां उन्होंने हिंदूविरोधी बातें की. उन्होंने बताया कि मुसलमान सिर झुकाने वाले नहीं सिर काटने वाले लोग हैं. ऐसा भाषण इमरान प्रतापगढ़ी ने कर्नाटक में दिया था.”
उन्होंने आगे कहा कि इमरान प्रतापगढ़ी का अतीक अहमद से रिश्ता था और उन्होंने माफिया को अपने घर भोजन के लिए भी बुलाया था. इमरान ने अतीक के ऊपर शायरी लिखी थी. इमरान के शायरी कार्यक्रम में अतीक शामिल होता था. उन्होंने कहा कि ऐसे इमरान प्रतापगढ़ी को कांग्रेस ने कर्नाटक में अपनी स्टार कैम्पेनर की लिस्ट में रखा है. बकौल करंदलाजे, “कांग्रेस का हाथ, अपराधियों के साथ है. कांग्रेस का हाथ, देशद्रोहियों के साथ है. इमरान प्रतापगढ़ी जैसे लोगों को कांग्रेस पूरे देश में घुमाना चाहती है.
गौरतलब है कि इमरान प्रतापगढ़ी की एक फेसबुक पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इसमें वह अतीक और अशरफ के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. यह पोस्ट इमरान ने साल 2015 में शेयर कर इसके कैप्शन में लिखा था, “कल रात अतीक भाई और अशरफ साहब हमारी कुटिया पर एक छोटी से दावत पर तशरीफ ले आए.”
बता दें कि शनिवार, 15 अप्रैल की तारीख को उत्तर प्रदेश में एक बड़ी घटना घटी. इन दिन पूर्व सांसद और माफिया अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. यह वारदात तब घटी, जब पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज के एक अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए ले जा रही थी. ध्यान देनी वाली बात यह है कि अतीक की हत्या उस दिन हुई, जिस दिन उसके तीसरे नंबर के बेटे असद को सुपुर्द-ए-खाक किया गया था. दरअसल, उमेश पाल मर्डर केस में 5 लाख रुपये का इनामिया असद फरार चल रहा था, जिसका 13 अप्रैल को झांसी में UPSTF ने एनकाउंटर कर दिया था.
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