Mahoba News: यूपी में महोबा के चरखारी कसबे में जनाजे की मिटटी (अंतिम संस्कार) के दौरान मधुमक्खियों का हमला होने से करीब 100 लोग घायल हो गए, जिससे मौके पर आफरा-तफरी के साथ भगदड़ मच गई. मधुमक्खियों के इस हमले से 100 से अधिक लोग घायल हो गए. इनमें से एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. बता दें कि घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित प्राइवेट अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है. अस्पतालों में इलाज के लिए लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है.
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल, समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष न्याज अहमद खां उर्फ मोनू की पत्नी की मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई थी, जिनका अंतिम संस्कार कस्बे के मुख्य कब्रिस्तान में चल रहा था. यहां सैकड़ों की संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मौजूद थे. अंतिम संस्कार के दौरान जैसे ही अगरबत्ती जलाई, वैसे ही धुआं उठने से पास के ही पेड़ पर लगे छत्ते की मधुमक्खियों भड़क गईं और सैकड़ों लोगों पर हमला बोल दिया. मधुमक्खियों का हमला होते ही अफरा तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए भागते नजर आए.
कहते हैं कि मधुमक्खी पानी के अंदर भी अपना शिकार नहीं छोड़ती है, कुछ वैसा ही दृश्य यहां भी देखने को मिला. कहीं भी बचाव का रास्ता नहीं था. हमले में सबसे अधिक बुजुर्ग घायल हुए. बुजुगों के अलावा दर्जनों युवा भी हमले में घायल हो गए. हमले के शिकार इतने अधिक थे कि सामुदायकि स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए डॉक्टर और कर्मचारी कम पड़ गए. जिससे भारी संख्या में लोग प्राईवेट चिकित्सकों की तरफ दौड़े. करीब 100 लोग मधुमक्खियों के हमले के शिकार हुए.
मधुमक्खी के हमले की सूचना मिलते हुए अस्पतालों में देखने वालों और तामीरदारों की भारी भीड़ रही. चरखारी के शहर काजी हाफिज इमरान ने बताया कि कब्रस्तान के अंदर पेड़ में छत्ता लगाए मधुमक्खियों ने हमला बोल दिया, जिससे किसी को भी बचाव का मौका नहीं मिला. इस हमले 100 लोग घायल हुए हैं.
डॉक्टर ने कही ये बात
वहीं, चरखारी के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर रजत ने बताया, “अचानक से बड़ी तादाद में मरीजों के आने से अस्पताल में अफरा-तफरी फैल गई थी. सभी का इलाज किया जा रहा है. कुछ लोगों की हालत गंभीर है.”
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