माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की शनिवार को गोली मारकर की हत्या कर दी गई. मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाते वक्त मीडियाकर्मियों के रूप में आए तीन बदमाशों ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान दोनों भाइयों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें दोनों भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई.
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मौके से पकड़े गए तीन हमलावर हमीरपुर निवासी मोहित उर्फ सन्नी (23), बांदा निवासी लवलेश तिवारी (22) और कासगंज निवासी अरुण मौर्य (18) वर्तमान में प्रतापगढ़ जेल में हैं. दोहरे हत्याकांड के इस मामले में पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है.
इस बीच, यूपी तक की टीम अतीक अहमद के जमींदोज दफ्तर में पहुंची और ग्राउंड जीरो से स्टोरी फाइल की. आप ग्राउंड जीरो से पढ़िए अतीक अहमद के दफ्तर के अंदर से एक्सक्लूसिव रिपोर्ट…
प्रयागराज प्रशासन ने अतीक अहमद के चकिया में स्थित सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा किए गए दफ्तर को तो जमींदोज कर दिया, लेकिन दफ्तर के अंदर पड़े रजिस्ट्री के पेपर्स, बैलट पेपर की कॉपी, ताश के पत्ते, इलेक्शन में खर्च लाखों-करोड़ों की बेल चीख-चीख कर उसके काले गुनाहों और अय्याशी की गवाही दे रहे हैं.
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दफ्तर में वह हिस्सा भी हमें दिखा, जहां पर दो कब्र बनी हैं. यहीं एक बड़ा सा पीपल का पेड़ है जिसको अवैध तरीके से कब्जा करके अतीक ने अपना ऑफिस खोला था.
ऑफिस के ऊपरी हिस्से में जहां पर आम लोगों को आने-जाने की इजाजत नहीं थी, लेकिन सिर्फ वकीलों, गैंग के मेंबर्स और खास लोगों की ही जाने की इजाजत थी.
वहां से अतीक और अशरफ के मामलों की हजारों पन्नों की फाइलें, एनएसए की फाइलें, जिलाधिकारियों के ट्रांसफर के लिए सीएम को पत्र समेत कई कागजात दिखे हैं. दफ्तर के अंदर वो कमरा भी दिखा, जहां अशरफ बैठकर मुजरा देखा करता था.
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