सीसामऊ में वोट डालने गई इस मुस्लिम महिला के साथ क्या-क्या हुआ?
समर्थ श्रीवास्तव
20 Nov 2024 (अपडेटेड: 20 Nov 2024, 11:15 AM)
उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है. इनमें सीसामऊ सीट पर सबकी नजर लगी हुई है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जबर्दस्त भिड़ंत मची हुई है.
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उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है. इनमें सीसामऊ सीट पर सबकी नजर लगी हुई है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जबर्दस्त भिड़ंत मची हुई है.
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इस बीच यहां वोट डालने पहुंचीं मुस्लिम महिलाओं ने ईवीएम में कथित गड़बड़ी और पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा दिए हैं. महिला मतदाताओं आरोप लगाते हुए कहा कि वोट करने पर न तो लाइट चली और ना ही पर्ची आई. जब अंदर शिकायत की तो कहा गया यहां से निकल जाओ.
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महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस जगह-जगह वोट करने आने से रोक रही है या जो रास्ता नजदीक का है वहां से नहीं जाने दे रही है जिस आदमी थककर खुद ही ना जाए.
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ग्राउंड पर मौजूद यूपी Tak की टीम ने सीधे इन मुस्लिम महिला मतदाताओं से बात की है. एक मुस्लिम वोटर ने बताया,'यहां पर पर्ची नहीं गिर रही, लाइट नहीं जल रही, कंप्लेन करने पर साइलेंट किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि चुप हो जाओ बाहर न जाए आवाज. कहा जा रहा है आपका वोट हो गय़ा अब जाइए.
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एक दूसरी मुस्लिम महिला बोली कि, 'पहले पर्ची नहीं निकल रही थी. जब मेरे से पहले वाली महिला ने आवाज उठाई, मैंने फिर बटन दबाया तो पर्ची निकली.' वहां खड़े दूसरे मतदाताओं ने भी तस्दीक करते हुए बताया कि पुलिस ने रास्तों को ऐसे रोक दिया है जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है. उन्होंने आशंका जताई कि ऐसा करने से यहां वोटिंग प्रतिशत गिरेगा.
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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव चल रहा है. सीसामऊ सीट सपा के विधायक इरफान सोलंकी को मिली सजा के बाद खाली हुई है. सपा ने यहां से उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है.
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यहां पिछले 28 सालों से कमल नहीं खिला है, यानी भाजपा की यहां जीत नहीं हुई है. आखिरी बार 1996 में यहां कमल खिला था, तब भाजपा के प्रत्याशी राकेश सोनकर जीते थे.
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