उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से लेकर समाजवादी पार्टी (एसपी), बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. वहीं दूसरी तरफ पार्टियों में टूट- फूट का दौर भी शुरू हो गया है. हाल ही में योगी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी जैसे ओबीसी समाज के कद्दावर नेता एसपी में शामिल हो गए हैं. एक तरह से देखा जाए तो प्रदेश का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है.
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इस बीच, 15 जनवरी को एबीपी न्यूज और सी वोटर ने अपना वीकली सर्वे का नया आंकड़ा जारी किया है. इस सर्वे में प्रदेश के पूर्वांचल, अवध, पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड के लोगों से उनका चुनावी मूड जानने की कोशिश की गई है.
यह सर्वे 7 से 13 जनवरी के बीच किया गया है. इस सर्वे में 6 हजार 690 लोगों ने हिस्सा लिया है. हालांकि, यह संभव है कि यूपी चुनावों के असल परिणाम इस सर्वे के नतीजों से अलग हों.
पूर्वांचल का क्या है हाल?
यूपी के चारों रीजन में सबसे अधिक विधानसभा सीटें पूर्वांचल से आती हैं. सर्वे में पूर्वांचल की 130 विधानसभा सीटों को लेकर आंकड़ा जारी किया गया है. सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी गठबंधन को पूर्वांचल में 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं समाजवादी पार्टी गठबंधन को 35 फीसदी वोटों का अनुमान बताया गया है. बीएसपी और कांग्रेस को क्रमशः 12 फीसदी और 7 फीसदी वोटों का अनुमान है, जबकि अन्य के खाते में 5 फीसदी वोट जाते दिखे हैं.
31 दिसम्बर को जारी हुए सर्वे के परिणामों से तुलना करें तो बीजेपी गठबंधन के वोट शेयर में कोई बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है. बीएसपी और कांग्रेस के लिए भी सर्वे परिणाम नहीं बदले हैं. वहीं समाजवादी पार्टी गठबंधन को एक फीसदी वोट कम मिलते नजर आ रहे हैं, जबकि अन्य के खाते में एक फीसदी वोटों की बढ़ोत्तरी दिख रही है.
पश्चिमी यूपी में किस पार्टी को बढ़त?
पश्चिमी यूपी में इस बार के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव की समाजावदी पार्टी ने जंयत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के साथ गठबंधन किया है. 2017 के विधानसभा चुनाव में इस इलाके में बीजेपी ने बढ़िया प्रदर्शन किया था. हालांकि, इसे बार बीजेपी को एसपी-आरएलडी गठबंधन चुनौती देती नजर आ रही है.
नए सर्वे के परिणाम के मुताबिक, पश्चिमी यूपी में बीजेपी गठबंधन को 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. समाजवादी पार्टी गठबंधन को 33 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. बीएसपी और कांग्रेस को क्रमशः 15 फीसदी और 7 फीसदी वोट मिलने का अनुमान जताया गया है, जबकि अन्य के खाते में 5 फीसदी वोट मिलने की अनुमान है.
31 दिसम्बर को जारी सर्वे के परिणामों में भी इन पार्टियों और गठबंधनों को इतने ही वोट फीसदी मिलने का अनुमान जताया गया था. इसका मतलब है कि एक हफ्ते में इस क्षेत्र में पार्टियों के वोटिंग फीसदी में कोई बदलाव नहीं देखने को मिला.
अवध में कौन हो रहा मजूबत?
इस नए सर्वे में यूपी के अवध क्षेत्र की 118 विधानसभा सीटों पर जनता के मन को टटोलने की कोशिश की गई. इस सर्वे के परिणाम के मुताबिक, बीजेपी गठबंधन को 44 फीसदी, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 31 फीसदी, बीएसपी को 9 फीसदी, कांग्रेस को 8 फीसदी और अन्य को 8 फीसदी वोट मिलने का अनुमान जताया गया है.
31 दिसम्बर को जारी सर्वे के आंकड़े से अगर आज के सर्वे के नतीजों की तुलना करें तो बीजेपी गठबंधन, एसपी गठबंधन और कांग्रेस के वोट फीसदी में कोई बदलाव नहीं दिख रहे हैं. वहीं बीएसपी के एक फीसदी वोट घटते नजर आ रहे हैं, जबकि अन्य के खाते में एक फीसदी वोटों की बढ़त दिख रही है.
बुंदेलखंड में किसकी चल रही हवा?
नए सर्वे के परिणाम के मुताबिक, बुंदेलखंड की 19 सीटों पर बीजेपी गठबंधन को 42 फीसदी, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 33 फीसदी, बीएसपी को 11 फीसदी, कांग्रेस को 9 फीसदी और अन्य को 5 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.
अगर इस आंकड़े की तुलना 31 दिसम्बर को जारी हुए सर्वे के नतीजों से करें तो किसी पार्टी और गठबंधन के वोट फीसदी में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
यूपी चुनाव: नए सर्वे में जानिए पूर्वांचल का हाल, योगी और अखिलेश में कौन पड़ता दिख रहा भारी
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