आगरा: ताजमहल में शाहजहां के 368वें उर्स के आखिरी दिन अदा की गई चादरपोशी की रस्म

अरविंद शर्मा

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में शाहजहां के 368वें उर्स में रविवार को पौने दो किलोमीटर लंबी सतरंगी कपड़े की चादर कब्र पर अकीदतमंदों ने चढ़ाई. उर्स के तीसरे दिन चादरपोशी की यह रस्म अदा की गई. तीसरे दिन भी ताजमहल के तहखाने को खोला गया.

तहखाने में बनी शाहजहां और मुमताज की मूल कब्र पर चादरपोशी की रस्म अदा की गई. कब्रें पर चादर पोशी के लिए सैकड़ों अकीदतमंद हाथों में थाम अपने सिर से ऊपर उठकर 1880 मीटर लंबी सतरंगी चादर लेकर ताजमहल पहुंचे. उर्स कमेटी के साथ पर्यटक भी जियारत करने के लिए शाहजहां की कब्र पर पहुंचे. कब्र पर फातिहा पढ़ा गया. कुलशरीफ की रस्म अदा की गई. पंखा किया गया और फिर शायद दुनिया की सबसे लंबी चादरपोशी की रस्म अदा की गई.

ताजमहल उर्स कमेटी के सदस्यो ने बताया कि देश मे अमन और चैन की दुआ मांगने के लिए सतरंगी चादर से शाहजहां की कब्र पर चादर पोशी की गई है. उसके आखिरी दिन अकीदतमंदों के लिए लंगर का आयोजन भी किया गया.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

उर्स के आखिरी दिन ताजमहल पर उमड़ी भीड़ को देखते हुए एएसआई और सीआईएसएफ अधिकारियों ने ताजमहल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. उर्स में तीसरे दिन सुबह से ही ताजमहल में पर्यटकों को फ्री एंट्री दी गई. ताजमहल पर फ्री एंट्री होने के कारण ताजमहल में पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ नजर आई.

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT