सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अस्थियां लेकर अखिलेश और शिवपाल यादव पहुंचे हरिद्वार
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की अस्थियां लेकर अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल और चाचा शिवपाल निजी विमान से हरिद्वार पहुंच चुके…
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सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की अस्थियां लेकर अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल और चाचा शिवपाल निजी विमान से हरिद्वार पहुंच चुके हैं. वहां जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से वो हरिद्वार घाट पर पहुंचेंगे. वहां घाट पर पहले से तैयारियों के साथ भारी संख्या में कार्यकर्ता पहुंच चुके हैं. वहां सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी कर दी गई है. बड़ी संख्या में पुलिस बल भी घाट पर तैनात है.
घाट पर नेताजी की तस्वीर रखी गई है. कुर्सियां लगी हैं जहां पहले से काफी लोग बैठे हुए हैं. अखिलेश यादव के पहुंचते ही अस्थि विसर्जन कार्यक्रम शुरू हो जाएगा. हरिद्वार गंगा घाट पर परिवार के अन्य सदस्य पहले ही पहुंच चुके हैं.
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सोमवार को विमान से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पिता की अस्थियां लेकर हरिद्वार के लिए निकले. उनके साथ पत्नी डिंपल यादव और चाचा शिवपाल यादव भी थे. धर्मेंद्र यादव, रामगोपाल यादव समेत परिवार के दूसरे सदस्य पहले ही हरिद्वार पहुंच चुके थे. एयरपोर्ट पर धर्मेंद्र यादव अखिलेश और शिवापल को लेने पहुंचे.
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गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का सोमवार को निधन हो गया था. मंगलवार को सैफई में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. नेताजी के निधन के बाद हिंदू रीति-रिवाजों के तहत उनके घर पर धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा है.
धार्मिक अनुष्ठान कराने वाले पुजारी घनश्याम पांडेय ने बताया कि मुलायम सिंह के आवास पर प्रतिदिन गरुड़ पुराण का पाठ होता है. अखिलेश यादव और घर के सभी लोग एक साथ बैठकर गरुड़ पुराण का पाठ सुनते हैं.
पुजारी घनश्याम पांडेय ने कहा कि मुलायम सिंह यादव की अस्थियां केवल हरिद्वार में ही नहीं, बल्कि और जगह भी विसर्जित की जाएंगी. उन्होंने बताया कि काशी और प्रयाग में भी नेताजी की अस्थियों का विसर्जन होगा. हालांकि, उन्होंने समय नहीं बताया कि कब काशी और प्रयाग में नेताजी की अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा. उन्होंने ये बताया कि अस्थियों का विसर्जन 2 से 4 महीने के बाद भी किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर को हवन के बाद ब्राह्मण भोज होगा, जिसमें चुनिंदा लोग और ब्राह्मणों को भोज कराया जाएगा.
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