गोरखपुर: सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखनाथ मंदिर से निकली शोभायात्रा
गोरखपुर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में गोरखनाथ मंदिर से भव्य शोभायात्रा पूरे उल्लास और शौर्य के साथ निकली.…
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गोरखपुर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में गोरखनाथ मंदिर से भव्य शोभायात्रा पूरे उल्लास और शौर्य के साथ निकली. सदियों से गोरक्षपीठ की परंपरा का निर्वहन करते हुए खास पोशाक में रथ पर सवार होकर सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर से निकले. रास्ते में उनका भव्य स्वागत किया गया. हर धर्म के लोगों ने उनका स्वागत किया.
मानसरोवर मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद वह रामलीला मैदान पहुंचे. यहां पर उन्होंने भगवान श्रीराम का राजतिलक किया. रामलीला मैदान में भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण का तिलक और वंदन किया गया.
उन्होंने कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व विजयादशमी को उल्लास के साथ मनाएं. सीएम योगी ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना का निर्वहन करते हुए देश को आगे बढ़ाना है. देश में कोई ऐसा शहर गांव नहीं होगा, जहां रामलीला नहीं होती है.
उन्होंने कहा, “आज अखिल भारत का विजयादशमी का पर्व है. आज विजयादशमी पर्व पर यहां सहभागी होने का अवसर प्राप्त हो रहा है. गोरक्षपीठ की परंपरा का निर्वहन करने के लिए यहां पर आया हूं. भगवान श्रीराम के राजतिलक से साथ सहभागी बनता हूं. आज आर्यनगर की रामलीला के साथ अपनी विरासत, परंपरा और संस्कृति का अटूट रिश्ते का निर्वहन करती है. ये पर्व सनातन हिन्दू धर्म को निर्वहन सत्य और न्याय के पथ पर चलने का मार्गदर्शन विजयादशमी देता है. रावण माता सीता का हरण नहीं करता तो कुछ दिन और जीने का अधिकार मिल जाता.”
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उन्होंने कहा,
हर युग मे रावण पैदा होते हैं, तो उनका विनाश करने के लिए भगवान श्रीराम भी जन्म लेते हैं. बीमारी भी एक तरह की अराजकता और राक्षस है. इंसेफेलाइटिस से हजारों बच्चों की मौत होती रही है, लेकिन अब उस पर सभी की एकजुटता से काबू किया गया. अब तक हजारों बच्चों ने अपनी जान गंवाई, लेकिन केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रयास से हमने उस पर काबू पाया. कोरोना प्रबंधन भी इंसेफेलाइटिस के प्रबंधन से ही सामने आया. पूरे दुनिया में यूपी के कोरोना प्रबंधन की तारीफ हुई.
सीएम योगी आदित्यनाथ
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सीएम योगी ने आगे कहा कि कोरोना भी एक राक्षस की तरह आया. सही प्रबंधन से उसे काबू किया गया. मस्तिष्क ज्वर का टीका 105 साल पहले आ गया था. भारत में उसे लाने में 100 साल लगे. आखिर क्यों? क्योंकि प्रयास नहीं किया गया. पीएम मोदी ने 9 महीने में ही कोरोना का टीका भारत के वैज्ञानिक के माध्यम से उपलब्ध करा दिया.
उन्होंने कहा कि रामलीला समिति का भव्य मंच, तोरण द्वार भी बन गए हैं. रामलीला का मंचन भी हो रहा है. एक समय था जब इस रामलीला मैदान पर कब्जे का प्रयास भी हो रहा था. आप सभी को विजयदशमी की शुभकामना देता हूं.
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