मनोज राय हत्याकांड: मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों पर 18 अक्टूबर को तय होगा आरोप
मऊ के पूर्व विधायक और बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के ऊपर 2001 उसरी चट्टी कांड के दौरान उसके ऊपर हुए हमले में एक…
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मऊ के पूर्व विधायक और बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के ऊपर 2001 उसरी चट्टी कांड के दौरान उसके ऊपर हुए हमले में एक व्यक्ति मनोज राय की हत्या का मामला गहराता जा रहा है. मामले में दो दशक से ज्यादा समय हो चुका है और अब जाकर मनोज राय के पिता, जो बक्सर निवासी हैं उनकी तहरीर पर गाजीपुर की मोहम्दाबाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा मुख्तार अंसारी और उनके सहयोगियों पर दर्ज किया.
इस मामले में गुरुवार को गाजीपुर की सेशन/एमपीएमएल कोर्ट में सुनवाई हुई. मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली के अनुसार, मुख्तार अंसारीवीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट कार्यवाही में मौजूद रहे और हत्या के इस मुकदमें पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए उस केस में अपने को निर्दोष बताया है.
मुख्तार अंसारी के वकील ने लियाकत अली ने बताया कि उसरी चट्टी कांड 2001 में हुआ था. वो हमला तत्कालीन मऊ विधायक मुख्तार अंसारी पर हुआ था, जिसमें उनके सरकारी गनर समेत दो लोग मारे गए थे और एक ये मनोज राय भी था, जिसकी शिनाख्त बाद में हुई थी.
उन्होंने आगे बताया कि अब 20 -25 साल बाद इसकी हत्या का केस पुलिस ने दर्ज किया है, जिसमें हमने आपत्ति दी है. इसमें 7 से 8 लोग मुलजिम हैं, जिसमें कई ने हाईकोर्ट से स्टे ले रखा है. मुख्तार अंसारी और सरफराज “मुन्नी” के खिलाफ सेशन कोर्ट में आरोप पत्रावली दाखिल हुई है, जिसपर 18 अक्टूबर को जज साहब सुनवाई कर आरोप तय करेंगे.
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