अतुल सुभाष के केस में उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया पर हो गया बड़ा ऐक्शन, अब अगला स्टेप क्या होगा जानिए

यूपी तक

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Atul Subhash case
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UP News: बेंगलुरु में एक निजी कंपनी के 34 वर्षीय डिप्टी जनरल मैनेजर अतुल सुभाष के जान देने के मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और पत्नी के अंकल सुशील सिंघानिया के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. यह एफआईआर अतुल के भाई विकास कुमार की शिकायत पर बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है. 

क्या है मामला?

शिकायत के अनुसार, अतुल ने 2019 में निकिता सिंघानिया से शादी की थी. उनके एक चार साल का बेटा भी है. लेकिन निकिता और उनके परिवार ने अतुल पर झूठे मामले दर्ज कराए और 3 करोड़ रुपये की मांग की. एफआईआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि निकिता ने अपने बेटे से मिलने के लिए अतुल से 30 लाख रुपये की मांग की थी. अतुल के जान देने से पहले दर्ज की गई शिकायत में उनके भाई विकास कुमार ने आरोप लगाया कि झूठे मुकदमों और मानसिक प्रताड़ना के कारण उनके भाई ने यह कदम उठाया. 

आपको बता दें कि सोमवार सुबह 6 बजे पुलिस को सूचना मिली कि मंजुनाथ लेआउट स्थित डेलफिनियम रेजिडेंसी में एक फ्लैट के अंदर अतुल ने जान दे दी है. जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो फ्लैट अंदर से बंद था. दरवाजा तोड़ने पर पुलिस ने अतुल की बॉडी मिली.  

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23 पन्नों के नोट और वीडियो से गंभीर खुलासे

अतुल ने जान देने से पहले एक 23-पेज का नोट और एक वीडियो रिकॉर्ड किया. इस नोट में उन्होंने "Justice is Due" लिखकर अपनी पत्नी, ससुराल वालों और एक पारिवारिक अदालत के जज पर गंभीर आरोप लगाए. अतुल ने कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला और भ्रष्टाचार के कारण उनकी बात नहीं सुनी गई. उन्होंने यह भी लिखा कि उनकी अस्थियां तब तक विसर्जित न की जाएं, जब तक उन्हें न्याय न मिल जाए. अतुल ने यह भी लिखा है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता, तो उनकी अस्थियां कोर्ट के सामने किसी गटर में बहा दी जाएं.

शिकायत में कहा गया है कि अतुल पर उनकी पत्नी ने नौ झूठे मुकदमे दर्ज कराए, जिनमें हत्या, घरेलू हिंसा और दहेज के झूठे आरोप शामिल थे. उनके दोस्त जैक्सन ने ANI को बताया कि "अतुल ने यह कदम अवसाद के कारण नहीं, बल्कि उत्पीड़न और सिस्टम की नाकामी के कारण उठाया."  

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अतुल के परिजनों की मांग

अतुल के भाई विकास ने कहा, "हर कानून महिलाओं के पक्ष में है, लेकिन पुरुषों के लिए कोई न्याय नहीं है. मेरा भाई सिस्टम से लड़ते-लड़ते हार गया. मैं सरकार और राष्ट्रपति से न्याय की गुहार लगाता हूं. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए." पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. एफआईआर में उल्लेख है कि अतुल के बेटे की कस्टडी उनके माता-पिता को देने की मांग भी नोट में की गई है.

यह मामला पुरुषों के अधिकारों और न्याय प्रणाली में सुधार की जरूरत पर गंभीर सवाल खड़े करता है. ANI की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सभी आरोपों की जांच कर रही है और जल्द ही संबंधित पक्षों से पूछताछ की जाएगी.

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