यूपी बोर्ड परीक्षा: पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोंडिंग की गई व्यवस्था
यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं 16 फ़रवरी से शुरू हो रही हैं. इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए कड़े निर्देश…
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यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं 16 फ़रवरी से शुरू हो रही हैं. इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए कड़े निर्देश जारी किए गए हैं. नकल कराने वालों पर जहां NSA के तहत कार्रवाई होगी. वहीं पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोंडिंग की गई है. बोर्ड परीक्षा की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ कोऑर्डिनेशन तीन महीने से किया जा रहा है. STF नकल माफियाओं पर नजर रखेगी.
यूपी बोर्ड ने लखनऊ में कंट्रोल रूम स्थापित किया है. इस कंट्रोल रूम से प्रदेश के सभी 75 जिलों में बोर्ड परीक्षाओं की मॉनिटरिंग की जाएगी. हर जिले में भी एक कंट्रोल रूम बनाया गया है. सभी परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरा लगाए गए हैं.
कंट्रोल रूम से बैठ कर अधिकारी किसी भी परीक्षा केंद्र को देख सकते हैं. साथ ही स्ट्रॉन्ग रूम में जहां प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं रहेंगी वहां भी नजर रखी जा सकेगी. कंट्रोल रूम में हर मंडल और जिले के लिए अलग स्टाफ है.
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यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बैठक करके यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को नकल विहीन करने और पारदर्शिता से परीक्षा कराने के निर्देश दिए.
यूपी बोर्ड में इस बार 58 लाख 85 हजार 745 छात्रों ने रेजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें हाई स्कूल के छात्रों को संख्या 31 लाख 16 हजार से ज्यादा हैं तो वहीं इंटरमीडीएट के परीक्षार्थियों की संख्या 27 लाख 69 हजार से ज़्यादा हैं.
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प्रदेशभर में परीक्षा कराने के लिए 8753 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. पहले के वर्षों में नकल में पकड़े गए परीक्षा केंद्रों को ब्लैकलिस्ट किया गया है और इस बाद परीक्षा केंद्र नहीं बनाए गए हैं.
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