विधान परिषद का टिकट नहीं मिलने पर ओम प्रकाश राजभर बोले- मांगो उसी से जो दे दे खुशी से
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की सपा के खाते में आने वाली 4 सीटों में से एक पर बेटे के लिए दावेदारी कर रहे सहयोगी दल…
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उत्तर प्रदेश विधान परिषद की सपा के खाते में आने वाली 4 सीटों में से एक पर बेटे के लिए दावेदारी कर रहे सहयोगी दल…
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की सपा के खाते में आने वाली 4 सीटों में से एक पर बेटे के लिए दावेदारी कर रहे सहयोगी दल सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मांगो उसी से जो दे दे खुशी से. ओम प्रकाश राजभर से जब यूपी तक ने बात की तो एक तरफ वे खुद को सपा मुखिया से एमएलसी सीट मांगने के लिए खुद को हकदार ही नहीं मान रहे हैं वहीं अपने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता की बात को भी सही ठहरा रहे हैं.
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सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने विधान परिषद चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर कहा कि मांगो उसी से जो दे दे खुशी से और कहे ना किसी से. वहीं सुभासपा के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा के ट्विट पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि पीयूष ने जो बात कही है उस बात में दम है. उन्होंने सही बात कही है.
गौरतलब है कि पीयूष मिश्रा ने ट्विट कर कहा कि ‘समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @yadavakhilesh जी का आज का फैसला निश्चित ही @SBSP4INDIA के कार्यकर्ताओं को निराश करने वाला है, एक सहयोगी 38 सीट लड़कर 8 सीट जीतते है तो उन्हें राज्यसभा, हमें वहां कोई ऐतराज नहीं, लेकिन हम 16 सीट लड़कर 6 सीट जीतते है तो हमारी उपेक्षा, ऐसा क्यों?’
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उपेक्षा के सवाल पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि जिसकी इज्जत ही नहीं है उसकी बेइज्जती कैसी? ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हमारी मंसा नहीं है कि हम उनसे कुछ मांगने जाएं क्योंकि हमारे पास 6 ही विधायक हैं. अगर हमारे पास 20 विधायक या 25 विधायक होते तो फिर हम उसके हकदार होते. हम गठबंधन के साथ हैं.
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ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अपनी क्षमता के हिसाब से ही किसी से बात करनी चाहिए. हमारे पास इतनी क्षमता नहीं है कि हम उनसे एमएलसी के लिए बात करें. राज्यसभा के लिए बात करें. हम न राज्यसभा के के लिए भूखे हैं और न एमएलसी के लिए. इसके साथ ही राजभर ने ये भी कहा कि गठबंधन के बाद इतनी ख्याति प्राप्त कर लिए हैं. पहले पूर्वांचल में जाने जाते थे, अब पूरे देश में जाने जाते हैं. बीजेपी और सपा से गठबंधन करके इतनी ख्याति प्राप्त कर लिए कि अब लोग कहने लगे हैं कि आपकी उपेक्षा हो रही है.
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