बहराइच हिंसा: भाजपा MLA सुरेश्वर सिंह ने अपनी पार्टी के नेता समेत 7 के खिलाफ दर्ज कराई FIR, पर क्यों?
Bahraich violence: भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने बहराइच में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में दंगा और उपद्रव करने के आरोप में अपनी पार्टी की युवा शाखा के नगर अध्यक्ष समेत सात नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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Bahraich violence: भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने बहराइच में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में दंगा और उपद्रव करने के आरोप में अपनी पार्टी की युवा शाखा के नगर अध्यक्ष समेत सात नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
Bahraich News: बहराइच जिले के महसी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुरेश्वर सिंह ने जिले में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में दंगा और उपद्रव करने के आरोप में अपनी पार्टी की युवा शाखा के नगर अध्यक्ष समेत सात नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. अधिकारियों के मुताबिक, विधायक सुरेश्वर सिंह की तहरीर पर पुलिस ने बहराइच नगर के भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव, अनुज सिंह रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेन्द्र चौधरी, मनीष चंद्र शुक्ल, पुंडरीक पांडेय और सुधांशु सिंह राणा के अलावा अज्ञात लोगों के खिलाफ नगर कोतवाली में 18 अक्टूबर को संबंधित धाराओं में FIR की गई है.
जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें बहराइच के महसी क्षेत्र निवासी एवं श्रावस्ती में तैनात एक सरकारी शिक्षक भी शामिल है. विधायक की यह प्राथमिकी 13 अक्टूबर को बहराइच के महराजगंज कस्बे में सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए राम गोपाल मिश्र (22) के शव को लेकर हुए उपद्रव के संबंध में दर्ज की गई है. मालूम हो कि महाराजगंज में 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर हुए विवाद में राम गोपाल मिश्रा (22) नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी, जिसके बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं.
विधायक का क्या है आरोप?
विधायक ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है जब 13 अक्टूबर को राम गोपाल मिश्रा के शव को बहराइच मेडिकल कॉलेज के समक्ष गेट पर रखकर भीड़ प्रदर्शन कर रही थी, तो वह अपने अंगरक्षकों व अन्य सहयोगियों के साथ वहां पहुंचे और उसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता के बाद शव को मुर्दाघर ले जाया जाने लगा, तभी कुछ उपद्रवी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे एवं गाली गलौज करने लगे. उन्होंने बताया कि इनमें अर्पित श्रीवास्तव, अनुज सिंह रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेन्द्र चौधरी, मनीष चंद्र शुक्ल, पुंडरीक पांडेय (अध्यापक श्रावस्ती), सुधांशु सिंह राणा समेत अन्य लोग शामिल थे.
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