Ram Mandir: राममय माहौल में रामचरितमानस का स्टॉक हुआ खत्म, गीताप्रेस में हो रही दिनरात छपाई

रवि गुप्ता

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Ayodhya Ram Mandir: जैसे-जैसे 22 जनवरी का दिन करीब आ रहा है, ठीक वैसे ही राम भक्तों का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है. हर कोई रामलला के स्वागत की तैयारियां कर रहा है. मंदिरों में पूजा-पाठ शुरू हो गई है. शहरों, कस्बों और गांवों में 22 जनवरी के दिन तरह-तरह के धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसी बीच एक हैरान कर देने वाली खबर भी सामने आ रही है. बता दें कि देश का माहौल ऐसा राममय हुआ है कि गीताप्रेस के पास रामचरितमानस का स्टॉक तक खत्म हो गया है. सारा स्टॉक बिक गया है और गीता प्रेस नए ऑर्डर पूरे नहीं कर पा रही है. इसी को देखते हुए अब गीताप्रेस ने अपनी स्पीड बढ़ा दी है और वहां रामचरितमानस की लगातार-धुआंधार छपाई चल रही है. 

बता दें कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए देशभर से गीता प्रेम के पास रामचरितमानस पुस्तकों की रिकॉर्ड तोड़ मांग आ रही है. मगर गीताप्रेस इस मांग को पूरा नहीं कर पा रही है. कानपुर में भी गीताप्रेस की रामचरितमानस आसानी से नहीं मिल रही है. यहां 8 दिनों के अंदर ही 6 हजार से अधिक रामचरितमानस की खरीद हो गई. ऐसे में कई जगहों पर दुकानों पर मानस की शॉर्टेज हो गई है. 

लगातार रामचरितमानस की छपाई कर रहा गीताप्रेस

बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे विश्व के सनातनियों में जश्न का माहौल है. इस समय पूरा देश राममय हो चुका है. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि रामचरितमानस की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है. इसकी वजह से रामचरितमानस की मार्केट में शॉर्टेज हो गई है और गीताप्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल गीताप्रेस के पास स्पेस भी कम है. ऐसे में जब रामचरितमानस की मांग लगातार बढ़ रही है, तो गीताप्रेम नए ऑर्डर को पूरा नहीं कर पा रही है. अब इस वजह से मार्केट में भी रामचरितमानस की शॉर्टेज होने लगी है.

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बता दें कि गीता प्रेस से भी रामचरितमानस की पुस्तक खत्म होने की सूचना मिल रही है. अयोध्या में बन रहे राम मंदिर और उद्घाटन को लेकर गीता प्रेस की मानस की बिक्री में खासा तेजी आई है. इस हालत को संभालने के लिए गीता प्रेस का प्रबंधन तेजी के साथ पुस्तक छापने की तैयारी में जुटा है. गीता प्रेस को उम्मीद है कि 22 जनवरी के बाद रामचरितमानस की बिक्री में और जबरदस्त उछाल आने वाला है.

देशभर से आ रही बड़ी संख्या में मांग

बता दें कि विश्वभर के हिंदुओं में गीता प्रेस की धार्मिक पुस्कतें खासा प्रसिद्ध हैं. गीता प्रेस की रामचरितमानस तो हर घर में पाई जाती है. अब जब राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, तो जिन लोगों के पास रामचरितमानस नहीं है, वह भी इसे खरीद रहे हैं.

गीता प्रेस ने बताया कि जयपुर से एक साथ 50 हजार की संख्या में गुटके के आकार वाले रामचरितमानस की मांग आई थी. मगर गीता प्रेस इस मांग को पूरा नहीं कर पा रही है. इसके बाद भागलपुर से भी एक साथ दस हजार पुस्तकों की मांग आई थी. मगर गीता प्रेस उनकी मांग को भी पूरा नहीं करवा पा रही है.

क्या कहा प्रबंधक ने?

इस मामले में जानकारी देते हुए गीता प्रेस के प्रबंधक ने बताया,  राम मंदिर के निर्माण की वजह से लगातार पुस्तकों की मांग बढ़ी है. 22 जनवरी के बाद आगे भी मांग और बढ़ती ही जाएगी. अभी हम पहले के ऑर्डर ही पूरा कर रहे हैं. गीता प्रेस की तरफ से करीब 10 हजार पुस्तक राम मंदिर ट्रस्ट की भी सौंपी गई हैं. ऐसे में अभी हम डिमांड पूरा करने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं.

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