रिंद बलूची है सीमा हैदर और धर्म से मुस्लिम पर क्या आपको पता है कि बलूच हिंदू भी होते हैं?

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Seema Haider News: पाकिस्तान से अवैध तरीके से भारत आई सीमा हैदर को लेकर इन दिनों घमासान मचा हुआ है. सीमा को लेकर अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं. एटीएस भी उससे पूछताछ में जुटी हुई है. प्यार के वास्ते सरहद पार कर यूपी के ग्रेटर नोएडा अपने प्रेमी के साथ रहने आई सीमा का एक अहम डॉक्युमेंट यूपी तक के हाथ लगा है. दरअसल, हमें सीमा की पहली शादी का मैरिज सर्टिफिकेट मिला है, जो इस बात की तस्दीक करता है कि सीमा रिंद बिरादरी की मुस्लिम है. साथ ही यह भी पता चला है कि पहली शादी के वक्त सीमा की उम्र करीब 19-20 साल के बीच थी.

जानिए रिंद मुस्लिम के बारे में

इंटरनेट से मिली जानकारी के अनुसार, रिंद एक बलूच जनजाति है, जो मुख्य रूप से ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और खाड़ी देशों में रहती है. बलूच लोककथाओं के अनुसार इस जनजाति की स्थापना मीर जलाल खान के चार बेटों में से एक रिंद खान ने की थी.

क्या आपको पता है बलूच के लोग हिंदू भी होते हैं?

ऑनलाइन मिली जानकारी के मुताबिक, बलूच एक पश्चिमी ईरानी जातीय समूह है, जो दक्षिण और पश्चिमी एशिया के बलूचिस्तान क्षेत्र का मूल निवासी है. इसमें पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान के देश शामिल हैं. पाकिस्तान में अधिकांश बलूच लोग सुन्नी मुसलमान हैं. वहीं, शिया मुसलमानों में बलूचों का 0.59% हिस्सा है. वहीं, दूसरी तरफ बहुत कम संख्या में बलूच गैर-मुस्लिम हैं. विशेषकर बुगती कबीले में. इसमें हिंदू और सिख सदस्य हैं. बुगती, मार्री, रिंद, बेजेजो, जेहरी, मेंगल और अन्य बलूच जनजातियों में हिंदू बलूच हैं. भगनारी भारत में रहने वाला एक हिंदू बलूच समुदाय है.

क्या सीमा जासूस है?

उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बुधवार को कहा कि जबतक ‘हमारे पास पर्याप्त सबूत न हो’ तब तक यह कहना उचित नहीं होगा कि ग्रेटर नोएडा में अपने साथी के साथ रहने वाली पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर एक जासूस है.

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सीमा-सचिन के बारे में ये सब भी जानिए

उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार और मंगलवार को दोनों से एटीएस की पूछताछ की जानकारी देते हुए कहा कि यह जोड़ा पहली बार 2020 में ऑनलाइन गेम पबजी के जरिये एक दूसरे के संपर्क में आया था. पुलिस के अनुसार, करीब 15 दिनों तक ऑनलाइन गेम खेलने के बाद उन्होंने अपने वॉट्सऐप नंबरों का आदान-प्रदान किया. पुलिस ने कहा कि सचिन और सीमा इस साल मार्च में नेपाल के काठमांडू में पहली बार व्यक्तिगत रूप से मिले, जहां वे 10 से 17 मार्च तक एक साथ रहे. सीमा पर्यटन वीजा पर 10 मई को कराची से दुबई होते हुए नेपाल दोबारा लौटी.

नेपाल में वह काठमांडू से पोखरा पहुंची और रात को रुकी. इसके बाद सीमा ने 12 मई की सुबह पोखरा से बस से रूपन्देही-खुनवा (खुनवा) सीमा से भारत में सिद्धार्थनगर जिले के रास्ते दाखिल हुई. लखनऊ और आगरा के रास्ते वह 13 मई को गौतमबुद्ध नगर के रबूपुरा कट पहुंची. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि सचिन ने पहले से ही रबूपुरा में एक किराये का कमरा ले लिया था, जहां वे एक साथ रहने लगे.

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