16 करोड़ का घर, 2 करोड़ के फर्नीचर और 60 लाख के गहने...नोएडा अथॉरिटी के निलंबित अफसर के घर मिला अकूत संपत्ति
Noida News : उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी, रवींद्र सिंह यादव के नोएडा और इटावा स्थित ठिकानों पर यूपी विजिलेंस द्वारा 18 घंटे तक छापेमारी की गई.
ADVERTISEMENT
Noida News : उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी, रवींद्र सिंह यादव के नोएडा और इटावा स्थित ठिकानों पर यूपी विजिलेंस द्वारा 18 घंटे तक छापेमारी की गई. इस दौरान उनके 16 करोड़ के घर से 60 लाख के गहने और 2.5 लाख नकद बरामद हुए. यह छापेमारी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई थी. रवींद्र यादव वर्तमान में निलंबित चल रहे हैं और उनके खिलाफ यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के आरोपों के चलते की गई है.
घर से मिली अकूत संपत्ति
विजिलेंस टीम ने 14 दिसंबर को कोर्ट से सर्च वारंट लेने के बाद नोएडा और इटावा स्थित उनके आवास और स्कूल पर छापेमारी की. रवींद्र सिंह यादव के नोएडा और इटावा स्थित ठिकानों पर विजिलेंस ने 18 घंटे तक रेड डाली. उनके नोएडा सेक्टर-47 स्थित तीन मंजिला आवासीय परिसर से भारी मात्रा में नगदी और कीमती गहने बरामद किए गए. उनके घर में पाए गए सामानों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की अनुमानित कीमत 37 लाख रुपये बताई जा रही है.
विजिलेंस टीम ने मारी रेड
रवींद्र यादव के घर से विजिलेंस टीम को पासपोर्ट के साथ-साथ उनके परिवार के विदेश यात्राओं से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं. इसके अतिरिक्त, बैंक में 06 अकाउंट, बीमा पॉलिसी और अन्य निवेश से संबंधित दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनकी जांच जारी है.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
15 करोड़ है स्कूल का कीमत
बता दें कि इटावा जिले के जसवंतनगर तहसील के ग्राम मलाजनी में स्थित एरिस्टोटल वर्ल्ड स्कूल के दस्तावेज भी नोएडा के आवास से पाए गए, जिसकी वर्तमान अनुमानित कीमत 15 करोड़ रुपये है. आरोपी के नोएडा आवास से ही एरिस्टोटल वर्ल्ड स्कूल, मलाजनी, तहसील जसवंतनगर, इटावा के पंजीकरण से संबंधित दस्तावेज प्राप्त हुए हैं. स्कूल की भूमि व इमारत की वर्तमान अनुमानित मूल्य 15 करोड़ रुपये है. स्कूल सोसाइटी के अध्यक्ष रवींद्र यादव के पुत्र निखिल यादव हैं. स्कूल में सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगा है. स्कूल में लगे सभी उपकरणों एवं फर्नीचर की अनुमानित कीमत 2 करोड़ रुपये है. स्कूल की 10 बसें चलती हैं.
रवींद्र यादव पर आरोप है कि उन्होंने 2007 में नोएडा प्राधिकरण में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सरकारी भूखंड को गलत तरीके से ट्रांसफर किया था, जिसकी जांच सीबीआई द्वारा की गई थी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT