नोएडा की चिपियाना चौकी में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत, भाई बोला- पुलिसवालों ने मारकर लटकाया
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बिसरख थाना क्षेत्र की चिपियाना पुलिस चौकी में तैनात पुलिसवालों पर गंभीर आरोप सामने आए हैं. इस चौकी में गुरुवार को एक योगेश कुमार नाम के युवक की संदिग्ध मौत हो गई. युवक पुलिस की हिरासत में था.
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बिसरख थाना क्षेत्र की चिपियाना पुलिस चौकी में तैनात पुलिसवालों पर गंभीर आरोप सामने आए हैं. इस चौकी में गुरुवार को एक योगेश कुमार नाम के युवक की संदिग्ध मौत हो गई. युवक पुलिस की हिरासत में था. पुलिस का दावा है कि युवक ने चौकी में फांसी लगा ली, जबकि युवक का भी रो-रोकर कह रहा है कि 53 हजार की रिश्ववत लेकर भी पुलिसवालों ने उसके भाई को मारकर लटका दिया. इन आरोपों के बाद चिपियाना चौकी के पास बवाल मचा हुआ है. गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने बताया है कि इस मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से पूरी चिपियाना चौकी को निलंबित कर दिया गया है.
क्या है मामला?
यूपी Tak ने इस पूरे मामले में मृतक युवक के भाई से बात की है. मृतक योगेश के भाई जीतेंद्र ने बताया कि, 'मेरा भाई किसी औरत से बात करता था. एक महीने पहले कोई विवाद हुआ. फिर वो विवाद सुलट गया. लेकिन कल भाई को ड्यूटी से पुलिस वाले उठा लाए. बोले कि कुछ पूछताछ करनी है. फिर जब मैं चौकी पहुंचा और पुलिस से पूछा कि क्या बात है, तो उन्होंने कहा कि तुम्हारे भाई पर धारा 376 (रेप केस में लगने वाली धारा) लगाएंगे. उस औरत ने भी कहा था कि इसे (भाई को) मरवाकर रहूंगी. शाम को मेरे भाई को मारा पीटा और उससे फोन करवा कर हमें बुलवाया. हमसे पांच लाख रुपये मांगे. मैंने 50 हजार रुपये दिए. फिर एक हजार रुपये मांगे शराब के लिए मांगे, मैंने वो भी दिए. फिर दो हजार रुपये मांगे. मेरे पास नहीं थे, तो मैंने चाचा से लेकर दो हजार रुपये दिए. भाई के पास ऐसा कोई कपड़ा नहीं था कि वो फांसी लगाए. सुबह मैंने देखा कि फांसी लटका हुआ है. सुबह 10 बजे पुलिस ने फोन किया, भाई को इन्होंने पंखा से लटका रखा था. उसका चेहरा नीला पड़ रखा था. पुलिसवालों ने मारा है, इन्होंने मारा है. इन्हें जेल होनी चाहिए.'
नोएडा पुलिस क्या कह रही है?
इस मामले में सेंट्रल नोएडा डीसीपी सुनीति सिंह ने बताया, 'मृतक का नाम योगेश कुमार पुत्र तेजवीर सिंह है. ये अलीगढ़, खैर के रहने वाले हैं. चिपियाना में बेकरी की दुकान पर काम करते थे. जांच में पता चला है कि एक इनकी सहकर्मी ने कुछ आरोप लगाए थे, जिस संदर्भ में इन्हें चौकी बुलाया गया था. सुबह 10 बजे के आसपास इन्होंने खुदकुशी कर ली, अस्पताल लाया गया लेकिन उनकी दुखद मौत हो गई.' डीसीपी ने पुलिस पर लगे आरोपों पर कहा कि 'अभी तुरंत का मामला है, हम सारी प्रक्रिया पूरी करा रहे हैं. इसकी जांच की जा रही है. परिजनों को भी सारे लीगल प्रोसेस और गाइडलाइन के बारे में बता दिया गया है.'
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पुलिस के मुताबिक परिजनों से मिली तहरीर के आधार पर केस फाइल किया जा रहा है. विवेचना में फील्ड यूनिट की मदद से वैज्ञानिक साक्ष्य इकट्ठा किए जा रहे हैं. पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर ने घटना को गंभीरता से लेते हुए चौकी पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. घटना की विस्तृत जांच के लिए एडिशनल डीसीपी नोएडा को निर्देशित किया गया है. घटना में जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी, उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी. मृतक के पंचायतनामा की कार्रवाई मजिस्ट्रेट से कराई जा रही है. पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम डॉक्टर के पैनल से वीडियोग्राफी कराकर होगा.
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