सपा MLA इरफान सोलंकी के पक्ष में गवाही देने वाला शख्स कोर्ट में पलटा! जानिए इस ट्विस्ट की पूरी कहानी

सिमर चावला

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Kanpur News: जेल में बंद कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी केस में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिससे कोर्ट में मौजूद सभी लोगों के होश उड़ गए! दरअसल, इरफान सोलंकी और उनके भाई के पक्ष में गवाही देने वाला व्यक्ति अपने बयान से पलट गया और उसे दोनों के खिलाफ गवाही दे डाली. आपको बता दें कि जाजमऊ थाना इलाके में एक महिला के घर में आगजनी करने और मारपीट के मामले में सपा विधायक सोलंकी और उनके भाई जेल में बंद हैं.

कानपुर न्यूज: आपको बता दें कि इरफान सोलंकी के मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही थी. इरफान की तरफ से एक गवाह ऋषभ गुप्ता को उनके वकील द्वारा गवाही के लिए कोर्ट बुलाया गया, लेकिन आखिरी समय वह अपने बयान से ही पलट गया. दरअसल सपा विधायक और उनके भाई का शुरुआत से ही यही पक्ष है कि वह घटना के वक्त मौके पर मौजूद नहीं थे जबकि जबकि कानपुर पुलिस विधायक और उनके भाई की मौजूदगी और एक महिला के घर में आग लगाने में उनकी भूमिका पर अड़ी हुई है.

इससे पहले गवाह ने कही थी ये बात

इससे पहले गवाह ऋषभ गुप्ता ने यह बताया था कि वह सिद्धनाथ मंदिर से लौट रहा था और घटनास्थल से गुजरते हुए उसने देखा कि घर में आग लगी हुई है. क्योंकि वहां कोई मौजूद नहीं था, तो उसने अपने फोन से 112 नंबर पर फोन कर दिया और जब फायर ब्रिगेड की गाड़ी आ गई तो वह वहां से चला गया.

अब गवाह ऋषभ ने सुनाई नई कहानी

मगर शुक्रवार को अचानक कोर्ट में ऋषभ ने यह गवाही दी कि उसे मौका स्थल पर इरफान के छोटे भाई अरशद ने बुलाया था और रिजवान ने ही उसके फोन से फोन करके पुलिस को सूचना दी थी. इसी के साथ ही उसने यह गवाई दी कि मौके पर इरफान सोलंकी, रिजवान सोलंकी पहले से ही मौजूद थे. उसने कहा कि वह अरशद और इरफान को जानता है और जब वह मौके स्थल पर पहुंचा तो वहां पर आग लगी हुई थी.

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इस गवाही के बाद सपा विधायक की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं. यह गवाही उनके विरुद्ध इस केस में काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है. बता दें कि यह पूरा मामला अपने आखिरी चरण में है और इस महीने कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है.

कानपुर समाचार: वही यूपी तक से बात करते हुए इरफान के वकील शिवाकांत दीक्षित ने बताया, “प्रॉसीक्यूशन द्वारा लगातार गवाही के लिए समय लिया जा रहा था. इससे मुझे कुछ आशंका हुई और मैंने लिखित में कोर्ट को दिया कि यह पुलिस गवाह को प्रभावित कर सकती है. ये लोग गवाह को डराएंगे, धमकाएंगे या किसी भी तरीके से कंफ्यूज करेंगे और गलत बयानी करवाएंगे. मेरा शक सही साबित हुआ. आज गवाह खुद प्रॉसीक्यूशन के लोगों के साथ आया, कॉन्ट्राडिक्ट्री स्टेटमेंट दिए और गलत बयानी करी.”

वहीं, इस पूरे मामले में जॉइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का ने कहा, “आज एमपी-एमएलए न्यायालय में बचाव पक्ष के गवाह ने इरफान, रिजवान और अरशद सोलंकी की घटना के समय मौजूदगी को न्यायालय में स्वीकारा और यह भी बताया कि रिजवान सोलंकी ने ही गवाह के मोबाइल से 112 पर घटना की सूचना दी थी. इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया चल रही है. वकीलों द्वारा बहस भी की जाएगी और जल्द ही मामले में फैसला आएगा.”

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