कानपुर: कर्ज चुकाने के लिए छात्र ने फिल्मी स्टाइल में रची खुद के अपहरण की साजिश, ऐसे हुआ खुलासा
Kanpur News: कानपुर के काकादेव कोचिंग मंडी में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे एक छात्र ने कर्ज चुकाने के लिए खुद के अपहरण की…
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Kanpur News: कानपुर के काकादेव कोचिंग मंडी में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे एक छात्र ने कर्ज चुकाने के लिए खुद के अपहरण की कहानी रच दी. परिजनों को वाट्सएप कॉल कर 50 हजार रुपये की फिरौती मांगी गई और रुपये मिलने पर वह खुद पुलिस के संपर्क में आया.पुलिस ने जब उसे रामपुर से बरामद कर पूछताछ की तो पूरी कहानी सामने आ गई. फिलहाल पुलिस युवक से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है.
कन्नौज के ठठिया गांव निवासी रामसरन राठौर का पुत्र सूरजभान कोचिंग बाजार में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करता था. बीटेक कर चुके सूरजभान रविवार को प्रतियोगी परीक्षा देने लखनऊ गए थे. रविवार की शाम रामसरन के बेटे के फोन से व्हाट्सएप कॉल आया और सामने वाले ने उसे बताया कि उसके बेटे का अपहरण कर लिया गया है. उसे छुड़ाने के लिए 50 हजार रुपये की फिरौती मांगी गई थी.
पैसे कर दिए थे ऑनलाइन ट्रांसफर
अपहरणकर्ताओं ने कहा कि अगर फिरौती नहीं दी गई तो तुम्हारे भाई को मार दिया जाएगा. डरे हुए पिता ने रिश्तेदार से संपर्क किया और पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. इसी बीच उन्होंने पुलिस को सूचना दी. रावतपुर पुलिस ने अपहरण व रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस ने सर्विलांस की मदद से महज 24 घंटे के अंदर छात्रा को रामपुर से बरामद कर लिया. इस दौरान उसकी लोकेशन मुरादाबाद, रामपुर, बरेली जैसे कई शहरों में मिली. युवक ने बताया कि वह परीक्षा देने लखनऊ गया था, जहां किसी ने उसे बेहोश कर बेहोश कर दिया और उसका अपहरण कर लिया.
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ऑनलाइन ऐप्स से लिया था लोन
जांच में सामने आया है कि उसने कई ऑनलाइन एप से छोटे-मोटे कर्ज लिए थे. लोन देने वाली कंपनियां उस पर पैसे लौटाने का दबाव बना रही थीं. जिसके बाद पैसे की जरूरत पूरी करने के लिए उसने खुद के अपहरण की कहानी गढ़ी. इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा करते हुए डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि, ‘कन्नौज निवासी रामशरण द्वारा 28 मई 2023 को लिखित सूचना दी गई थी कि सूरजभान का अपहरण कर फिरौती की मांग की जा रही है. इस सूचना पर वसूली के लिए कई टीमों को लगाया गया था. पुलिस से पूछताछ में पता चला कि गलत संगत और फिजूलखर्ची में पड़कर सूरजभान ने यू-ट्यूब, गूगल और विभिन्न ऐप के जरिए अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न कंपनियों से ऑनलाइन कर्ज लिया था. कर्ज अधिक होने के कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया.’
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