आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़ी इस आशंका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी
रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी का एक हिस्सा गिराए जाने की कार्रवाई की आशंका के खिलाफ सपा नेता आजम खान की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट जल्द…
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रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी का एक हिस्सा गिराए जाने की कार्रवाई की आशंका के खिलाफ सपा नेता आजम खान की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. अब सुप्रीम कोर्ट आजम खान की याचिका पर इसी हफ्ते सुनवाई करेगा.
आजम खान के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने सोमवार को कोर्ट के सामने मेंशन करने के बाद कोर्ट के आदेश पर ही सुप्रीम कोर्ट में रजिस्ट्रार के सामने याचिका मेंशन की थी. आजम खान ने शत्रु संपत्ति मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट से जारी जमानत की शर्तों को चुनौती दी है. आजम खान ने जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी की ग्रीष्म अवकाशकालीन बेंच से जल्द सुनवाई की मांग की है.
ध्यान देने वाली बात है कि सपा नेता और विधायक आजम खान 27 महीने बाद जेल से निकलते ही एक्टिव मोड में आ गए हैं. उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी की इमारतों और चारदीवारी के कुछ हिस्से गिराए जाने की कार्रवाई की आशंका से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. उन्होंने अर्जी के जरिए ऐसी किसी भी कार्रवाई को रोकने की गुहार लगाई है.
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आजम खान की अर्जी में कहा गया है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा तय की गई जमानत शर्तो के मुताबिक यूनिवर्सिटी कैम्पस की करीब 13 हेक्टेयर जमीन को जिला प्रशासन ने कब्जे में ले लिया है. इस पर आजम कोई एक्शन नहीं लेंगे.
याचिका में कहा गया है कि जमानत देते वक्त ऐसी शर्त थोपना गलत है. इसके चलते अब प्रशासन कैंपस की दो इमारतों को गिराने की तैयारी में है. कभी भी बुलडोजर कार्रवाई हो सकती है. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट शीघ्र सुनवाई कर इसमें दखल दे.
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