डॉन मुख्तार अंसारी को दांत में दर्द के साथ हो रही आंख में दिक्कत, अब बांदा जेल ने ये कदम उठाया
Mukhtar Ansari: बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के दांत में दर्द है और उसे आंख से भी दिखाई नहीं दे रहा है.
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Mukhtar Ansari: जो माफिया डॉन मुख्तार अंसारी कभी पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था को अपने एक इशारे पर हिला डालता था, आज वह मुख्तार अंसारी जेल में अपनी जिंदगी काट रहा है. कभी जो मुख्तार अंसारी जेल में बैठे-बैठे ही बड़े से बड़ा जुर्म करवा देता था, आज वहीं मुख्तार अंसारी जेल में परेशानियों से गुजर रहा है. दरअसल मुख्तार अंसारी की आंख और दांत में समस्या हो गई है. बांदा जेल में बंद मुख्तार इस समय अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी परेशान है.
दरअसल मुख्तार अंसारी ने बाराबंकी कोर्ट में गुहार लगाई थी. मुख्तार ने कोर्ट से कहा था कि उसे आंख से दिखाई नहीं दे रहा है तो वहीं उसके दांतों में भी दर्द है. मुख्तार ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया था कि जेल प्रशासन उसका इलाज नहीं करवा रहा है. उस दौरान ये भी सामने आया था कि मुख्तार को सांस लेने में भी परेशान हो रही है. बता दें कि अब मुख्तार अंसारी की शिकायत पर कोर्ट ने जेल प्रशासन को मुख्तार के इलाज के आदेश दिए थे.
मुख्तार अंसारी को लेकर जेल प्रशासन ने लिया एक्शन
बता दें कि अब बांदा जेल अधीक्षक ने अब चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिख दिया है. पत्र में आंख और दांत के डॉक्टरों की मांग की गई है. जेल अधिकारी ने अपने पत्र में लिखा है, मुख्तार अंसारी को सांस लेने में परेशानी है, दांत में दर्द है और उसे एक आंख से दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसे में डॉक्टरों की टीम भेजी जाए, जिससे मुख्तार का इलाज किया जा सके.
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क्या लिखा है पत्र में
मिली जानकारी के मुताबिक, जेल प्रशासन की तरफ से बांदा स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखा गया है. पत्र में लिखा गया है. जिला कारागार बांदा में बंद मुख्तार अंसारी को सांस लेने में कठिनाई है और उसके दांत में दर्द है. इसी के साथ मुख्तार को आंख से भी दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसे में बंदी को देखने के लिए जेल कैंपस में डॉक्टरों की टीम भेजी जाए. बता दें कि इसके बाद मुख्तार की मेडिकल रिपोर्ट को जेल प्रशासन कोर्ट में पेश करेगा.
जेल अधिकारी ने ये बताया
इस पूरे मामले पर जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया, ‘कोर्ट में मुख्तार ने आंख, दांत संबंधी समस्या बताई थी. कोर्ट के आदेश मिलने के बाद उसकी जांच की जाएगी. चिकित्सा अधिकारी को डॉक्टरों की टीम भेजने के लिए पत्र लिखा गया है, जिसके बाद रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी.
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