वाराणसी में देव दीपावली की ऐसी है तैयारी, गंगा घाट पर होगा 3D शो, जगमगाएंगे 10 लाख दीये

रोशन जायसवाल

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Dev Deepawali 2022: काशी में इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण की वजह से देव दीपावली 7 नवंबर को ही मनाई जा रही है. इस बार की देव दीपावली भी खास होने वाली है, जिसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. काशी के पंचगंगा घाट से 1985 से शुरू हुई यह परंपरा आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है और अब तो न केवल तमाम समितियों के अलावा शासन-प्रशासन स्तर पर इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जाता है.

उल्लेखनीय है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा जैसे पावन पर्व के महत्व को तो सभी सनातनी जानते हैं. लेकिन तीनों लोकों से न्यारी काशी में यह पर्व देवताओं की दीपावली के तौर पर यानी देव दिवाली के नाम से मनाते चले आने की परंपरा काफी पुरानी है. देवताओं के लिए सिर्फ एक दीपक जलाने भर जैसा पर्व काशी में एक लोकपर्व और लोक परंपरा का शक्ल ले चुका है.

गंगा घाटों पर 10 लाख दीपक जलाए जाएंगे

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इस बार 7 नवंबर की शाम होते ही काशी के सभी अर्धचंद्राकार 84 गंगा घाट और उसके पार भी 10 लाख दीपक सज जाएगा. जिस अलौकिक छटा के गवाह बनने न केवल स्थानीय, बल्कि देश-दुनिया से लाखों की संख्या में सैलानी आएंगे. विंध्याचल मंडल की उप निदेशक पर्यटन प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि दो वर्षों के अंतराल में बहुत कम संख्या में लोग बाहर निकल पाए थे. तो बड़ी संख्या में पर्यटक वाराणसी आ रहें हैं और काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद एक बड़ा मौका है. जिसको लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं.गंगा घाटों पर 10 लाख दीपक जलाए जाएंगे. कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और पर्यटन विभाग की तरफ से पहली बार काशी में 3D प्रोजेक्शन मैपिंग शो लाया गया है, जो चेतसिंह घाट पर होगा. इसमें गंगा अवतरण की कथा दिखाई जाएगी और लेजर शो भी शिव स्तुति के साथ होगा.

उन्होंने आगे बताया कि देव दीपावली के पहले गंगा महोत्सव का आयोजन भी हो रहा है. जो शास्त्रीय संगीत पर आधारित है. देव दीपावली की वजह से पर्यटन पर पड़ने वाले असर के बारे में उन्होंने बताया कि यह समय पर्यटकों के लिए बहुत ही अच्छा अवसर है.

देव दीपावली पर होटल्स और बोट्स की किल्लत के बारे में बताया कि बदलते चलन के मुताबिक पहले ही आनलाइन एडवांस बुकिंग हो जाती है. इसके चलते बगैर बुकिंग के आने वालों को थोड़ी दिक्कत होती है. उन्होंने बताया कि बढ़ती मांग के चलते आने वाले दिनों में नए होटल और ट्रेवेल इंफ्रास्ट्रकचर बढेगा. सरकारी तैयारियों के अलावा पारंपरिक तैयारियों में लगी कई समितियों ने भी गंगा घाट पर विशेष गंगा महाआरती के साथ अन्य तैयारियां भी कर ली है. सरकारी तैयारियों के अलावा पारंपरिक तैयारियों में लगी कई समितियों ने भी गंगा घाट पर विशेष गंगा महाआरती के साथ अन्य तैयारियां भी कर ली हैं.

ADVERTISEMENT

Dev Deepawali: लाखों दीपों से सजेंगे काशी के गंगा घाट, विश्वनाथ मंदिर में दिखेगी ऐसा नजारा

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT