अखिलेश यादव के iPhone को हैक करने की कोशिश! विपक्षी नेताओं को Apple ने भेजा कैसा नोटिफिकेशन?
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) एपल की ओर से बड़ी चेतावनी मिली…
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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) एपल की ओर से बड़ी चेतावनी मिली है. अखिलेश यादव समेत इंडिया अलायंस के चार विपक्षी नेताओं ने दावा किया है उन्हें Apple की ओर से राज्य-प्रायोजित साइबर अटैक की चेतावनी मिली है. दावा के मुताबिक इन नेताओं के iPhones किसी भी वक्त हैक सकते हैं.
अखिलेश यादव को मिला एप्पल नोटिफिकेशन, हैकर के निशाने पर हैं सपा प्रमुख?
आज कई विपक्षी नेताओं को एप्पल का चेतावनी भरा नोटिफिकेशन मिला है जिसके बाद से राजनीति तेज है।#Apple #AkhileshYadav #PhoneHack #Iphone pic.twitter.com/k8qBDYGqtn
— UP Tak (@UPTakOfficial) October 31, 2023
अखिलेश ने बताया लोकतंत्र के खिलाफ
वहीं एप्पल द्वारा मिले मैसेज पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ‘सुबह ही जानकारी मिली और यह मैसेज बता रहा है की स्टेट की तरफ या तो हैक किया जा रहा है या जासूसी की जा रही है. आज के युग में इस प्राइवेसी क्यों खत्म करना चाहते हैं, आखिर जासूसी किसलिए ये बहुत दुखद है. इसकी जांच होनी चाहिए, कई वरिष्ठ नेता हैं जिनके हैक हुए हैं. यह लोकतंत्र के खिलाफ है.’
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इंडिया अलायंस ने नेताओं साझा किया वॉर्निंग मैसेज
बता दें कि इंडिया अलायंस के करीब चार नेताओं ने 31 अक्टूबर, 2023 को एक खास जानकारी साझा की है और कहा है. उन्हें Apple से चेतावनी मिली है कि “राज्य प्रायोजित हमलावर उनके iPhones को निशाना बना सकते हैं.” इन नेताओं में शिव सेना (उद्धव गुट) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी, तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा और कांग्रेस के पवन खेड़ा और शशि थरूर एप्पल द्वारा भेजे गए अलर्ट को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया है और केंद्र सरकार पर हमला बोला है.
कंपनी की तरफ से भेजे गए मैसेज के मुताबिक एप्पल का मानना है कि आपकी एप्पल आईडी से जुड़े हुए आईफोन को स्टे स्पॉन्सर्ड अटैकर्स के जरिए रिमोटली इकंट्रोल में करने की कोशिश की जा रही है.
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सरकार पर पहले भी लगे हैं ये आरोप
गौरतलब है कि सरकार पर पहले भी ये आरोप लग चुका है कि वह पेगासस जासूसी सॉफ़्टवेयर के माध्यम से जर्नलिस्ट, विपक्ष और एक्टिविस्ट पर नजर रख रही थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार करीब 300 भारतीय पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिये जासूसी के संभावित निशाने पर थे. विपक्ष ने इसे लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर खूब हमले किए थे. हालांकि इसे लेकर कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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