सपा का नाम लेकर भड़कीं मायावती, बोलीं- बेफिजूल की बातों से बचें, ‘INDIA’ पर दिखीं नरम
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने गुरुवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा.
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Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने गुरुवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. बता दें कि मायावती की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में समाजवादी पार्टी (सपा) चीफ अखिलेश यादव ने अपना रुख साफ करते हुए कहा था कि वह नहीं चाहते हैं कि बसपा इंडिया गठबंधन में शामिल हो. अखिलेश यादव के इसी रुख को लेकर आज मायावती हमलावर दिखीं. सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि अपनी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती इंडिया गठबंधन को लेकर नरम दिखी थीं.
मायावती ने सपा पर साधा निशाना
मायावती ने कहा, “विपक्ष के गठबंधन में बीएसपी समेत जो भी विपक्षी पार्टियां शामिल नहीं हैं, उनके बारे में किसी को भी बेफिजूल कोई भी टीका टिप्पणी करना उचित नहीं है. तथा इससे इनको बचना चाहिए…क्योंकि भविष्य में देश में जनहित में कब किस को किसी की भी जरुरत पड़ जाए, यह कुछ भी कहा नहीं जा सकता है. अर्थात फिर ऐसे लोगों और पार्टियों को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़े, यह ठीक नहीं है. इस मामले में समाजवादी पार्टी जीता जागता उदहारण भी है.”
क्या है मायावती के इस बयान के मायने?
आपको बता दें कि मायावती ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘भविष्य में देश में जनहित में कब किस को किसी की भी जरुरत पड़ जाए, यह कुछ भी कहा नहीं जा सकता है’. बसपा चीफ के इस बयान को लेकर सियासी मामलों के जानकारों का मानना है कि मायावती लोकसभा चुनाव के बाद भी किसी भी गठबंधन का हिस्सा बन सकती हैं. वहीं, कुछ सियासी जानकारों का यह अनुमान है कि बसपा चीफ ने अपने इस बयान से इंडिया गठबंधन की तरफ नरम रुख अपनाया है.
बैठक में अखिलेश ने पूछा था ये सवाल
हालिया दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में अखिलेश यादव ने मायावती को लेकर कांग्रेस से दो टूक सवाल किया और यूपी को लेकर दो शर्तें भी रख दीं. अखिलेश यादव ने पूछा कि क्या इस गठबंधन के इधर कांग्रेस पार्टी बीएसपी के साथ बातचीत कर रही है? क्या वह बीएसपी को इस गठबंधन में लाना चाहती है सबसे पहले कांग्रेस इस पर अपना रुख स्पष्ट करे? अखिलेश यादव ने तल्ख भाव में यह पूछ लिया था कि अगर कांग्रेस ऐसा चाहती है तो वह साफ कर दे क्योंकि तब समाजवादी पार्टी को भी अपना स्टैंड इस गठबंधन को लेकर साफ करना पड़ेगा.
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