अखिलेश के प्रचार नहीं करने से गोला में हार गई सपा? जानिए कैंडिडेट विनय तिवारी क्या बोले
Gola Gokrannath Bypoll News: गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जीत मिली है. हालांकि अभी इसका आधिकारिक ऐलान…
ADVERTISEMENT
Gola Gokrannath Bypoll News: गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जीत मिली है. हालांकि अभी इसका आधिकारिक ऐलान होना बाकी है, लेकिन डीएम खीरी ने बताया कि बीजेपी कैंडिडेट अमन गिरि यह चुनाव 34500 से अधिक वोटों के अंतर से जीत रहे हैं. वहीं समाजवादी पार्टी (SP) कैंडिडेट विनय तिवारी ने भी हार स्वीकार कर ली है. हालांकि उन्होंने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. सपा कैंडिडेट ने इस बात का भी जवाब दिया है कि अखिलेश यादव का गोला में प्रचार नहीं करने का क्या फर्क पड़ा है.
यूपी तक से बातचीत में सपा कैंडिडेट विनय तिवारी ने बताया कि वह जनादेश को स्वीकार करते हैं. विनय तिवारी से जब यह पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव के प्रचार नहीं करने की वजह से उन्हें हार मिली, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. सपा कैंडिडेट ने कहा कि उनकी पार्टी का हर कार्यकर्ता अखिलेश यादव है.
बीजेपी सरकार पर लगाए कई गंभीर आरोप
सपा कैंडिडेट विनय तिवारी ने हार तो स्वीकार कर ली, लेकिन लगे हाथ बीजेपी पर कई गंभीर आरोप भी लगा दिए. उन्होंने कहा कि ‘सरकार लगी थी, भय का माहौल था. भाजपा के लिए सरकार चुनाव लड़ रही थी. भय का माहौल बनाकर चुनाव लड़ा गया है.’
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
आपको बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के प्रत्याशी अरविंद गिरि ने सपा के विनय तिवारी को हराया था. 5 सितंबर को हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. इसके बाद बीजेपी ने गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव में उनके बेटे अमन गिरि को उम्मीदवार बनाया था. सपा ने एक बार फिर विनय तिवारी पर भरोसा जताया था. बीजेपी की तरफ से यहां प्रचार करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ समेत तमाम दिग्गज पहुंचे थे.
समाजवादी पार्टी की तरफ से भी कई स्टार प्रचारक गोला उपचुनाव में कैंपेन करते नजर आए, लेकिन मुखिया अखिलेश यादव नहीं गए. उन्होंने उपचुनाव में प्रचार नहीं करने की अपनी पुरानी परंपरा कायम रखी. इस उपचुनाव में कांग्रेस और बीजेपी ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे.
मैनपुरी से भतीजे तेज प्रताप को लड़ाएंगे अखिलेश? बड़ा सवाल यह कि चाचा शिवपाल क्या करेंगे
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT