पार्टी छोड़ BJP में शामिल हुए नेता तो अखिलेश यादव बोले- कुछ लोग चले गए 2000 के नोट की तरह

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Uttar Pradesh News: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उत्तर प्रदेश में 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर अपना अभियान तेज कर दिया है. इस बीच बीजेपी की नजरें विपक्ष के नए नए बने INDIA गठबंधन को कमजोर करने पर जुटी हुई है. इसी क्रम में सोमवार को सपा, रालोद समेत अन्य विपक्षी दलों के कई नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा है. हालांकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव इसपर तंज कसने से नहीं चूके.

अखिलेश यादव ने नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद एक ट्वीट किया. सपा चीफ ने ट्वीट में लिखा, ‘कुछ लोग चले गये 2000 के नोट की तरह…’ आपको बता दें कि अखिलेश यादव अक्सर नोटबंदी के फैसले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते रहे हैं. अखिलेश के इस ट्वीट को यहां नीचे देखा जा सकता है.

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वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली शालिनी यादव भी बीजेपी में शामिल

आपको बता दें कि बीजेपी ने विपक्षी दलों के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक समेत कई प्रमुख नेताओं को उनके समर्थकों समेत पार्टी में शामिल कराया है. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने सोमवार को बताया कि पार्टी के राज्य मुख्यालय में भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और उत्‍तर प्रदेश सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक ने राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) छोड़कर आये पूर्व सांसद राजपाल सैनी (मुजफ्फरनगर), समाजवादी पार्टी छोड़कर आए प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री साहब सिंह सैनी (सहारनपुर), सपा के पूर्व सांसद अंशुल वर्मा (हरदोई) ,सपा की पूर्व विधायक सुषमा पटेल (जौनपुर).

वाराणसी में लोकसभा की पूर्व सपा प्रत्याशी शालिनी यादव, पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर (जौनपुर), पूर्व विधायक गुलाब सरोज (जौनपुर), पूर्व कांग्रेस मीडिया चेयरमैन राजीव बक्शी (लखनऊ), आगरा से बसपा के पूर्व चेयरमैन जिला सहकारी बैंक गंगाधर कुशवाहा, हमीरपुर से सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा, हापुड़ से सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सत्यपाल यादव, हापुड़ से सपा की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता यादव समेत कई प्रमुख नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई.

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सोमवार को भाजपा में शामिल होने वाले ज्यादातर नेता अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समाज से आते हैं. अभी हाल ही में प्रमुख ओबीसी नेताओं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर के राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा बनने और पूर्व मंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक दारा सिंह चौहान (घोसी-मऊ) के भाजपा में शामिल होने के बाद इसे सत्‍ता पक्ष की ओर से विपक्ष को तगड़ा झटका माना जा रहा है.

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सपा और रालोद हैं एक साथ

आपको बता दें कि पिछले दिनों बेंगलुरु की बैठक में विपक्षी दलों ने अपने नए अलायंस INDIA (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस) का ऐलान किया था. यूपी से सपा चीफ अखिलेश यादव और आरएलडी सुप्रीमो जयंत चौधरी इस बैठक में शामिल हुए. अब माना जा रहा है कि यूपी से सपा-आरएलडी संग कांग्रेस का गठबंधन पक्का है. हालांकि यह भी चर्चा है कि इस गठबंधन के लिए सीट शेयरिंग असल में बड़ी चुनौती होगी. इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती का रुख आने वाले वक्त में क्या होगा, इसपर भी बहुत कुछ तय होगा. इस बीच बीजेपी विपक्ष को कमजोर करने के अपने मिशन में जुटी नजर आ रही है.

(भाषा के इनपुट्स के साथ).

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