डॉ. कफील की किताब का अखिलेश यादव ने किया विमोचन, बोले- ‘सरकार के लोगों को पढ़नी चाहिए’
10 अगस्त 2017 को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (Gorakhpur BRD Medical College) में ऑक्सीजन की कमी के चलते 80 बच्चों की जान चली गई…
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10 अगस्त 2017 को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (Gorakhpur BRD Medical College) में ऑक्सीजन की कमी के चलते 80 बच्चों की जान चली गई थी. इसमें बीआरडी मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन डॉ. कफील खान (Dr. Kafeel Khan) को सरकार ने जेल भेजा था.
वहीं, अब डॉ. कफील खान ने ‘गोरखपुर अस्पताल त्रासदी अस्पताल से जेल तक’ नामक एक किताब लिखी है. इस किताब में डॉक्टर कफील खान ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर किए गए पत्राचार की पूरी कहानी बताई है. बता दें की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के दफ्तर में डॉक्टर कफील खान की इस किताब का विमोचन किया.
इस मौके पर सपा सुप्रीमो ने कहा,
“इस किताब को लिखने के लिए मैं डॉक्टर कफील खान को बधाई देता हूं. इस किताब में उन्होंने लिखा कि कैसे वह बच्चों की जान बचाने के लिए लगे रहे, लेकिन सरकार ने उनको ही जेल भेज दिया. सरकार के लोगों को यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए. सरकार ने समय से संसाधन दिए होते तो यह घटना नहीं होती. आज भी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ सेवाओं की हालत खराब है. तमाम मशीनें रखे रखे खराब हो गई हैं. तमाम अस्पताल के स्टाफ ने मशीन को चलाने और मशीन के मेंटेनेंस करने वाली कंपनी ने मेंटेनेंस करने से मना कर दिया है.”
अखिलेश यादव
अपनी किताब के विमोचन के अवसर पर डॉ. कफील खान ने ट्वीट कर कहा, “गोरखपुर अस्पताल त्रासदी-अस्पताल से जेल तक. यह किताब उन सभी माता-पिता को समर्पित किया है, जिन्होंने इस त्रासदी में अपने बच्चों को खो दिया है और आज भी इंसाफ के लिए भटक रहे हैं.”
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गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर के महीने में सरकार ने जांच में दोषी पाए जाने के बाद डॉ. कफील खान को बर्खास्त कर दिया था.
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नौकरी से बर्खास्तगी के बाद डॉ. कफील ने कहा था,
“8 लोग जिन पर आरोप लगे थे उनमें से 7 को बरी कर दिया गया, लेकिन सरकार ने मुझे बर्खास्त कर दिया जबकि सरकार ने खुद क्लीन चिट दी थी. अदालत ने मेरे खिलाफ कुछ नहीं पाया, बावजूद इसके मुझे नौकरी से बर्खास्त किया गया है. खैर, कोई बात नहीं अब 4 महीने की बात है. 4 महीने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज के असली अपराधी सलाखों के पीछे होंगे.”
कफील खान
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गौरतलब है कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अगस्त 2017 में ऑक्सीजन की कमी से कई बच्चों की मौत हो गई थी.
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