संभल नहीं जा पाया सपा का प्रतिनिधि मंडल तो इस पूरे मामले को लेकर अब ये बोले अखिलेश यादव

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Akhilesh Yadav
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UP News: आज विधानसभा नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में 15 सदस्य प्रतिनिधि मंडल संभल जाना था. मगर पुलिस-प्रशासन ने प्रतिनिधि मंडल में शामिल सभी नेताओं को उनके अपने-अपने क्षेत्रों में रोक दिया. लखनऊ में माता प्रसाद पांडे के आवास पर भी भारी पुलिसबल लगा दिया गया. अब खुद अखिलेश यादव का इस मामले को लेकर बयान सामने आया है.

समाजवादी पार्टी मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया X पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है. ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फ़साद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता. 

‘जान लेना का केस चलना चाहिए’

सपा चीफ अखिलेश यादव ने आगे कहा, भाजपा जैसे पूरी की पूरी कैबिनेट एक साथ बदल देते हैं, वैसे ही संभल में ऊपर से लेकर नीचे तक का पूरा प्रशासनिक मंडल निलंबित करके उन पर साज़िशन लापरवाही का आरोप लगाते हुए, सच्ची कार्रवाइ करके बर्ख़ास्त भी करना चाहिए और किसी की जान लेने का मुक़दमा भी चलना चाहिए. भाजपा हार चुकी है.

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ये नेता हैं सपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल

बता दें कि इस प्रतिनिधिमंडल में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे समेत विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल शामिल हैं. इसी के साथ सपा सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद रुचि वीरा, सांसद इकरा हसन, सांसद जियाउर रहमान बर्क, सांसद नीरज मौर्य भी इस प्रतिनिधि मंडल में शामिल हैं. सपा प्रतिनिधिमंडल में विधायक कमाल अख्तर, रविदास मल्होत्रा, नवाब इकबाल महमूद, पिंकी सिंह यादव के साथ-साथ संभल मुरादाबाद और बरेली के जिला अध्यक्ष का भी नाम है.

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