BJP ने जयंत चौधरी को कौनसे 4 बड़े ऑफर दिए हैं? सभी को यहां एक-एक कर विस्तार से जानें

यूपी तक

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Negotiations with the BJP include an offer of a Cabinet berth for Jayant Chaudhary, sources said.
Negotiations with the BJP include an offer of a Cabinet berth for Jayant Chaudhary, sources said.
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Jayant Chaudhary News: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ जाने की अटकलें काफी तेज हैं. ये खबर तब सामने आई है जब विपक्षी दलों के समूह The Indian National Developmental Inclusive Alliance (INDIA) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बीते दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार NDA के साथ आए थे और अब जयंत के आने की अटकलें हैं. सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि रालोद चीफ जयंत अब कभी भी INDIA ब्लॉक को छोड़ NDA का दामन थाम सकते हैं. इस बीच भाजपा की ओर से रालोद को दिए गए 4 ऐसे ऑफर की जानकारी सामने आई है, जो सियासी हलचल पैदा कर सकती है.

भाजपा ने जयंत को को दिए ये 4 बड़े ऑफर

 

सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने जयंत को केंद्र और लखनऊ में एक मंत्री पद देने का प्रस्ताव दिया है. संभावना है कि जयंत दिल्ली में कैबिनेट मंत्री बनेंगे और अपने 9 विधायकों में से एक को उत्तर प्रदेश में मंत्री नियुक्त कराएंगे. इसके अलावा,  भाजपा की तरफ से रालोद को कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा लोकसभा सीटें ऑफर की गई हैं. वहीं, जयंत को एक राज्यसभा की सीट दिए जाने की पेशकश भी भाजपा ने की है. चर्चा है कि उत्तर प्रदेश में जो 10 राज्यसभा सीट खाली हो रही हैं, उनमें से एक सीट जयंत (गठबंधन होने पर) को भी दी जा सकती है.         

 

 

अगर जयंत आते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे: चौधरी

यूपी भाजपा चीफ भूपेंद्र चौधरी ने यूपी Tak से कहा कि 'अगर जयंत चौधरी आते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे. इस वक्त पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी के साथ है. ऐसे में अगर कोई भी पार्टी या नेता फैसला करता है कि वह हमारे विचारों के साथ चलेगा तो हमें उन्हें लेने में प्रसन्नता होगी.' 

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भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि 'हमारे स्तर पर अभी यह जानकारी नहीं है कि कौन इस गठबंधन में आ रहा है या नहीं, लेकिन अगर आरएलडी या जयंत आते हैं तो उनका स्वागत है. यह फैसला हमारे शीर्ष नेतृत्व को करना है कि कौन सा दल हमारे साथ जुड़ेगा कौन नहीं. हमारे शीर्ष नेतृत्व का जो भी फैसला होगा हम उसे अक्षरसह मानेंगे.' 

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