कौन हैं ‘सपा के फाइनेंसर’ दीप नारायण यादव जिनसे मिलने अखिलेश यादव आज जाएंगे झांसी जेल?
UP Political News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव आज यानी सोमवार को झांसी जेल में बंद पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव से मुलाकात…
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UP Political News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव आज यानी सोमवार को झांसी जेल में बंद पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव से मुलाकात करेंगे. दीप नारायण यादव बुंदेलखंड में समाजवादी पार्टी का एक बड़ा चेहरा हैं. उन्हें पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार किया जाता है. यही वजह है कि अखिलेश यादव जेल में पूर्व विधायक दीपनारायण से मुलाकात करेंगे. वहीं, घर जाकर उनके परिवारी जनों से भी मुलाकात कर ढाढस बंधाएगे. आखिर कौन हैं यह दीप नारायण यादव जिनसे मुलाकात करने अखिलेश यादव झांसी जा रहे हैं और क्या है दीप नारायण यादव की समाजवादी पार्टी में अहमियत? खबर में आगे विस्तार से जानिए.
कौन हैं दीप नारायण यादव?
झांसी के मोठ इलाके के बुडावली गांव के रहने वाले दीप नारायण यादव ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज की राजनीति से की थी. 1986 में दीप नारायण यादव बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज के सबसे कम उम्र के छात्र संघ अध्यक्ष बने. छात्र संघ के शपथ ग्रहण के लिए दीप नारायण यादव ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को झांसी में आमंत्रित कर शपथ ग्रहण करवाया, तभी से दीप नारायण यादव समाजवादी पार्टी की राजनीति में शामिल हो गए. 1996 में दीप नारायण यादव को लोहिया वाहिनी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया.
1998 में मध्यप्रदेश के निवाड़ी सीट से दीप नारायण यादव ने चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. 2003 में उन्हें लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया. 2017 के विधानसभा चुनाव में दीप नारायण यादव पहली बार गरौठा से विधायक बने, उसके बाद 2012 में दीप नारायण यादव गरौठा सीट से ही समाजवादी पार्टी के विधायक रहे.
दीप नारायण यादव ने राजनीति की शुरुआत मुलायम सिंह यादव के सानिध्य में की और धीरे-धीरे वह अखिलेश यादव के बेहद करीबी नेताओं में गिने जाने लगे. अखिलेश यादव की जिस युवा टीम की तूती अपने इलाके में बोलती है उसमें दीप नारायण यादव का नाम भी शामिल है. समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान बुंदेलखंड में खनन के अरबों के कारोबार पर दीप नारायण यादव का ही एकछत्र राज चलता था. दीप नारायण यादव की मंशा से ही खनन के पट्टे से लेकर बालू सप्लाई तक का काम दिया जाता रहा है. अरबों की संपत्ति के मालिक बने दीप नारायण यादव समाजवादी पार्टी के फाइनेंसर भी बताए जाते हैं. अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे तो बुंदेलखंड में दीप नारायण यादव को मिनी मुख्यमंत्री कहा जाने लगा था.
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दीप नारायण यादव पर क्या है आरोप?
मगर बीते 3 महीने से दीप नारायण यादव झांसी जेल में बंद हैं. झांसी की गरौठा सीट से साल 2007 और 2012 में विधायक रहे दीप नारायण यादव को बीते 26 सितंबर को झांसी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. आरोप लगा कि 17 सितंबर को कन्नौज जेल से झांसी कोर्ट पेशी पर आए शातिर अपराधी लेखराज सिंह यादव को पुलिस हिरासत से छुड़ाने की दीप नारायण यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर कोशिश की थी. इस मामले में झांसी पुलिस ने दीप नारायण यादव समय कुल 19 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
दीप नारायण यादव पर कुल 58 मामले दर्ज हैं, जिसको देखते हुए झांसी पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट का भी मुकदमा दर्ज किया है. गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज करने के बाद झांसी पुलिस ने दीप नारायण यादव के आर्थिक साम्राज्य पर शिकंजा कसना शुरू किया है और हाल ही में झांसी के भगवांतपुरा और करगुआजी में दीप नारायण यादव के नाम पर दर्ज 130 करोड़ की संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट में कुर्क भी किया है. कार्रवाई करते हुए झांसी पुलिस ने दावा किया कि दीप नारायण यादव की अभी और बेनामी संपत्तियों को खंगाला जा रहा है जिन पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी.
इससे पहले बीती 30 जुलाई को उत्तर प्रदेश पुलिस की विजिलेंस टीम ने भी दीप नारायण यादव पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था. आय से अधिक संपत्ति के मामले में बताया गया कि विधायक रहते दीप नारायण यादव की आय 14 करोड़ 30 लाख की थी जबकि खर्च 37 करोड़ बत्तीस लाख का था. विजिलेंस ने भी दीप नारायण यादव पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है यानी उत्तर प्रदेश पुलिस ने आपराधिक केस दर्ज करने के बाद गैंगस्टर एक्ट से आर्थिक साम्राज्य पर शिकंजा कसना शुरू किया है. तो वहीं दूसरी तरफ विजिलेंस और ईडी भी दीप नारायण यादव की काली कमाई की जांच कर रही है.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव दीप नारायण यादव से झांसी जेल में जाकर लगभग 45 मिनट मुलाकात करेंगे. इससे पहले अखिलेश यादव ने कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात की थी. अब दीप नारायण यादव से मुलाकात करने के लिए अखिलेश यादव झांसी जा रहे हैं.
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संगठन मजबूत करने में जुटे अखिलेश
प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपने संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है. पहले कानपुर और अब झांसी का यह दौरा निकाय चुनाव में संगठन को मजबूत करने के लिहाज से देखा जा रहा है. अखिलेश यादव आज झांसी में ही रुकेंगे. जेल में दीप नारायण यादव से मुलाकात करने के बाद वह दीप नारायण के घर उनके परिवार वालों से मुलाकात करेंगे. इसके बाद झांसी सदर सीट से सपा प्रत्याशी रहे सीताराम कुशवाहा से मुलाकात करेंगे.
शाम को समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम के घर जाकर मुलाकात करेंगे और देर शाम झांसी के व्यापारियों से भी अखिलेश यादव की मुलाकात होगी. रात झांसी में रुक कर कल पार्टी के तमाम नेताओं से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव की वापसी होगी. अखिलेश यादव का दो दिवसीय दौरा निकाय चुनाव में पार्टी को मजबूती देने की कोशिश माना जा रहा है. बुंदेलखंड में समाजवादी पार्टी ने निकाय चुनाव मजबूती से लड़ा है. ऐसे में इस बार के निकाय चुनाव में भी पार्टी अपनी ताकत को एकजुट कर निकाय चुनाव में जीत के रणनीति तैयार कर रही है.
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