अखिलेश-जयंत की दोस्ती में दरार? जानिए मुजफ्फरनगर सीट को लेकर कहां फंसता दिख रहा मामला

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Akhilesh-Jayant News: तो क्या जयंत के साथ अखिलेश कर रहे हैं बड़ा खेल?

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UP Political News: साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, जिसके चलते अब सभी पार्टियां अपनी तैयारियों में जुट गई हैं. अगर हम बात उत्तर प्रदेश की करें तो यहां पर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल और आजाद समाज पार्टी का गठबंधन बना है. मगर पश्चिमी यूपी के राजनीतिक गलियारे में इस समय एक चर्चा जोरों शोरों पर है कि अगर इन तीनों पार्टी का गठबंधन है तो फिर सपा चीफ अखिलेश यादव ने लोक दल का गढ़ कहे जाने वाले मुजफ्फरनगर में ‘बगैर बात करे’ अपने राष्ट्रीय महासचिव हरेंद्र मलिक को इस लोकसभा सीट का प्रभारी बनाकर कैसे मैदान में उतार दिया. क्या कहीं मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर सपा ने अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारने का मन तो नहीं बना लिया है?

मुजफ्फरनगर सीट पर लोक दल का दावा काफी मजबूत माना जाता रहा है, खासकर तब जब 2019 के चुनाव में अजीत चौधरी काफी कम अंतर से यहां चुनाव हारे थे. मगर अब सपा के प्रभारी वाले मामले ने जयंत चौधरी के लिए असहजता बढ़ा दी है.

हरेंद्र मलिक ने कही ये बात

इस मामले पर हरेंद्र मलिक ने कहा कि ‘2024 में लोकसभा का चुनाव होना है जिसको लेकर सभी पार्टी तैयारियां कर रही हैं. पार्टी ने प्रभारी के रूप में मुझे जिम्मेदारी दी है और हम उस काम को कर रहे हैं. लोकदल से कोई नाराजगी नहीं है. आजाद समाज पार्टी से भी कोई नाराजगी नहीं है. हर पार्टी अपने अपने संगठन का कार्य कर रही है. राष्ट्रीय लोक दल भी अपना काम कर रही है और आजाद समाज पार्टी भी अपना काम कर रही है. साथ ही समाजवादी पार्टी भी अपना काम कर रही है. प्रभारी बनाना या ना बनाना काम देना या ना देना यह पार्टी का अंदरूनी मामला है.’

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कोई मनमुटाव नहीं है: मालिक

उन्होंने आगे कहा, ‘गठबंधन से जुड़ी पार्टियां को एतराज क्यों होगा और हम भी चाहेंगे कि लोकदल भी अपना प्रभारी बनाए और जब चुनाव होगा जिसके हिस्से में यह सीट आएगी या फिर जो भी चुनाव लड़ेगा उसे फायदा होगा. अगर लोकदल का संगठन मजबूत होगा और समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी तो समाजवादी पार्टी को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा और समाजवादी पार्टी का संगठन मजबूत होगा और लोकदल के हिस्से में यह सीट चली जाएगी तो लोकदल तो उसका लाभ मिलेगा. हम लोगों में ऐसा कोई मनमुटाव नहीं है.’

अभी तो गठबंधन और मजबूत होगा: अजीत राठी

वहीं, इस बारे में आरएलडी के राष्ट्रीय महासचिव अजीत राठी का कहना है कि ‘देखिए समाजवादी पार्टी ने उन्हें (हरेंद्र मलिक) प्रभारी नियुक्त किया है. यह उनका खुद का निर्णय है. अभी कुछ कार्यक्रम चल रहे हैं उसके बाद ही बैठकर हमारे नेता तय करेंगे कि यहां से कौन चुनाव लड़ेगा. अभी तो गठबंधन और मजबूत होगा और दल बीच में जुड़ेंगे और निश्चित ही भारतीय जनता पार्टी को यूपी से रोका जाएगा.’

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(खबर की अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ऊपर शेयर किए गए वीडियो को देखें.)

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