टॉयलेट सीट पर लंबे समय तक बैठना बवासीर और पेल्विक मसल्स की कमजोरी का खतरा बढ़ा सकता है.
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डॉक्टर्स के मुताबिक, टॉयलेट में फोन स्क्रॉल करने या अखबार पढ़ने से ध्यान भटकता है और लोग जरूरत से ज्यादा समय वहां बिता देते हैं.
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हमारे सहयोगी आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक टेक्सास यूनिवर्सिटी के कोलोरेक्टल सर्जन डॉ. लाई ज़ू के अनुसार, लंबे समय तक टॉयलेट पर बैठना बवासीर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है.
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स्टोनी ब्रुक मेडिसिन की डॉ. फराह मोंज़ूर का कहना है कि टॉयलेट में 5-10 मिनट से अधिक समय नहीं बिताना चाहिए.
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लंबे समय तक बैठने से पेल्विक एरिया पर दबाव बढ़ता है, जिससे एनल मसल्स कमजोर और पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन का खतरा रहता है.
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ओवल शेप की सीट पर बैठने से रेक्टम की पोजीशन नीचे हो जाती है, जिससे नसों पर दबाव बढ़ता है और बवासीर का खतरा पैदा होता है.
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डॉ. लाई ज़ू बताते हैं कि लंबे समय तक बैठने से ब्लड वैसल्स में दबाव बढ़ता है, जिससे वे फूलने लगती हैं और बवासीर की समस्या होती है.
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डॉ. मोंज़ूर के अनुसार, टॉयलेट में जबरदस्ती दबाव डालना भी बवासीर के खतरे को बढ़ा सकता है. सिटी ऑफ होप ऑरेंज काउंटी के डॉ. लांस उरादोमो ने सलाह दी है कि टॉयलेट में फोन और मैगजीन्स को दूर रखें ताकि समय पर ध्यान रहे.
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डॉ. मोंज़ूर के अनुसार, वॉशरूम में लंबे समय तक बैठने का मन बनाकर नहीं जाना चाहिए, जिससे आपकी सेहत बेहतर रह सके.
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