गांजे को कैनेबिस के नाम से जानते हैं.क्योंकि इसे कैनेबिस के फूलों से तैयार किया जाता है.
Credit:AI
बता दें कि कैनेबिस पौधे के सूखे पत्तों, फूलों, बीजों, और तनों को सुखाकर या पीसकर गांजा बनाया जाता है.
Credit:AI
मगर क्या आप जानते हैं कि गांजा पीने वालों के दिमाग के साथ कैसा रिएक्शन होता है?
Credit:AI
द लल्लनटॉप की रिपोर्ट के मुताबिक गांजे के पौधे में लगभग 150 तरह के केमिकल्स पाए जाते हैं जिसे कैनेबिनॉइड्स (Cannabinoids) के नाम से जानते हैं.
Credit:AI
इन 150 केमिकल्स में 1 केमिकल THC (Tetrahydrocannaboli)ऐसा होता है जो सीधे आपके दिमाग को कंट्रोल करता है.
Credit:AI
ऐसे में जब कोई व्यक्ति गांजा पीता है तो THC उसके दिमाग में रिएक्शन करता है जिससे उस इंसान को छोड़ी देर की खुशी और हाई फीलिंग होती है.
Credit:AI
गांजा पीने से दिमाग में डोपामाइन के स्तर को बदल सकता है जिससे आपको खुशी और संतुष्टि की फीलिंग मिलती है.
Credit:AI
दिमाग में होने वाले केमिकल रिएक्शन की वजह से लोगों को कैनबिस यूज डिसऑर्डर यानी CUD की समस्या हो जाती है. कैनबिस यूज डिसऑर्डर यानी गांजे के सेवन से होनी वाले साइकाइट्रिक डिसऑर्डर्स.
Credit:AI
बार-बार गांजे के उपयोग से दिमाग THC के लिए कम रिएक्टिव हो सकता है. जो रोज़ या अक्सर गांजे का सेवन करते हैं, उन्हें पहले जितना नशा पाने के लिए गांजे की क्वांटिटी बढ़ानी पड़ती है. इससे THC बढ़ता जाता है और CUD भी.
Credit:AI