Bahraich Wolves Attack News : उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों के खौफ से अबतक लोगों को निजात नहीं मिली है. बहराइच जिले के करीब 35 गांवों के लोग भेड़ियों के डर के साए में जी रहे हैं. भेड़ियों के झुंड ने अब तक 10 लोगों की जान ले ली है. अबतक चार भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है और बाकी बचे आदमखोरों की तलाश जारी है. वहीं बहराइच के महसी क्षेत्र पिछले एक महीने से आतंक का पर्याय बने भेड़ियों से निजात पाने के लिए अब अंतिम कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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भेड़ियों को पकड़ने के लिए अंतिम अभियान
मंगलवार को दो रेंजरों समेत 10 सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिसे भेड़ियों को ट्रैंकुलाइज करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अगर भेड़िये ट्रैंकुलाइज नहीं हुए तो उन्हें मारने के भी आदेश दिए गए हैं. प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव संजय श्रीवास्तव के आदेश पर टीम गठित की गई है, जिसमें वन विभाग से रेंजर पंकज साहू, अतुल श्रीवास्तव, पशु चिकित्सक दीपक वर्मा, वन सुरक्षाधिकारी दीपक सिंह, डिप्टी रेंजर प्रदीप कुमार, वन रक्षक मनोज तिवारी शामिल हैं. पुलिस विभाग से दरोगा रमेश चंद्र, आरक्षी अरुणेश कुमार व मधु गुप्ता को भी शामिल किया गया है. पहले भेड़ियों को ट्रैंकुलाइज कर काबू करने का प्रयास किया जाएगा और अगर वो ट्रैंकुलाइज नहीं हुए तो उन्हें मारने के भी आदेश दिए गए हैं.
मारने का भी आदेश
बता दें कि बहराइच जिले में भेड़िए का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. भेड़ियों ने पिछले दो दिनों के भीतर चार लोगों पर हमला किया है. भेड़ियों के हमले में अबतक पांच बच्चों की भी जान जा चुकी है. लगातार हमलों से गांव के लोग दहशत में हैं और प्रशासन की टीमें भेड़िए को पकड़ने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही हैं. इससे पहले यूपी के वन विभाग के मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने कहा है कि यदि भेड़ियों को पकड़ पाना संभव नहीं हो तो उन्हें मार देना चाहिए. भेड़ियों को मारना गलत नहीं होगा क्योंकि सुरक्षित जीवन नागरिकों का अधिकार है.
वन विभाग के अधिकारी भी कई बार प्रयास के बाद केवल चार भेड़ियों को पकड़ने में सफल हुए हैं, जबकि अब भी दो भेड़िए स्वतंत्र रूप से क्षेत्र में घूम रहे हैं और हमले कर रहे हैं.वहीं भेड़ियों से इलाके में फैल रही दहशत से निपटने के लिए प्रशासन और वन विभाग निरंतर प्रयास कर रहे हैं. लोग भी सतर्क हो गए हैं और सुरक्षित रहने के नए-नए उपाय अपना रहे हैं.
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