Mangesh Yadav Encounter : उत्तर प्रदेश में मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में यूपी एसटीएफ डिप्टी एसपी डीके शाही का नाम काफी चर्चा में है. वहीं डीके शाही के साथ-साथ उनकी पत्नी ऋतु शाही का नाम भी सुर्खियों में बना हुआ है. वहीं रविवार को मंगेश यादव एनकाउंटर पर उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य ऋतु शाही ने पति डीके शाही को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दिया.
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मंगेश यादव एनकाउंटर पर ये बोलीं ऋतु शाही
उत्तर प्रदेश महिला आयोग का सदस्य ऋतु शाही से रविवार को मंगेश यादव एनकाउंटर के बारे में पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने इसका जवाब दिया. ऋतु शाही से जब पत्रकार ने पूछा कि, आपके पति का सवाल उठ रहे हैं कि मंगेश यादव का एनकाउंटर करने वह चप्पल पहन के चले गए? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, 'देखिए उनका विभाग अलग-अलग है. मैं भाजपा की नेता हूं. उनकी अपनी कार्यशैली है, वो अपने तरह से अंजाम देते है. हम अपनी कार्यशैली को अपने ढंग से अंजाम देते हैं और हम लोग एक जमीनी कार्यकर्ता है.'
ऋतु शाही बीजेपी की नेता हैं और हाल ही में प्रदेश महिला आयोग की सदस्य नियुक्त की गई हैं. गोरखपुर से ताल्लुक रखने वाली ऋतु शाही भाजपा महिला मोर्चा की क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष भी हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया, इस कार्रवाई का नेतृत्व एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही कर रहे थे. मंगेश यादव पर 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित था.
एनकाउंटर पर उठ रहे ये सवाल
बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर में ज्वेलर्स के यहां डैकती हुई थी. इस घटना से सुल्तानपुर में दहशत का माहौल हो गया था. पांच सितंबर को पुलिस मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मंगेश यादव मारा गया था. जिस समय एनकाउंटर किया था, उस समय की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें डीके शाही चप्पल में दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस छिड़ गई है.
वहीं मंगेश यादव के एनकाउंटर मामले में UP पुलिस लगातार सवालों के घेरे में है. इस पूरे मामले में पुलिस पर लगातार कई सवाल उठते रहे हैं. जैसे सुल्तानपुर सराफा व्यापारी लूट में घटना के बाद सरगना विपिन सिंह ने तो सरेंडर कर दिया था. लेकिन मंगेश यादव को एनकाउंटर कर ढेर कर दिया गया. जिसके बाद अखिलेश यादव ने इसे फर्जी एनकाउंटर बताया जिससे मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था. अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि इस घटना के मुख्य आरोपी से सरेंडर करा लिया गया और जाति देख कर मंगेश यादव का एनकाउंटर किया गया.
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